महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रों का प्रतीकात्मक विरोध, जंजीरों में जकड़ किया प्रदर्शन
प्रदर्शन करते छात्र


— मेरिट की जगह प्रवेश परीक्षा करवाकर प्रवेश लिए जाने की मांग

वाराणसी, 09 जून (हि.स.)। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में सोमवार को छात्रों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनोखा और प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने खुद को जंजीरों में जकड़कर विश्वविद्यालय प्रशासन की नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई। भीषण गर्मी और तीखी धूप के बीच प्रदर्शन करते हुए एक छात्र करण प्रजापति की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसे तत्काल मंडलीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया।

प्रदर्शनकारी छात्रनेता आशीष ने बताया कि वे पिछले 27 दिनों से आंदोलनरत हैं। उनकी प्रमुख मांग है कि विश्वविद्यालय में मेरिट के आधार पर नहीं, बल्कि प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिला दिया जाए। उनका आरोप है कि प्रशासन इस मांग को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखा रहा है। छात्र नेता रविंद्र सिंह पटेल ने कहा, “हमने विश्वविद्यालय की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आज अपने हाथों-पैरों में जंजीरें डालकर प्रदर्शन किया है। प्रशासन की हठधर्मिता के कारण गरीब छात्रों को उच्च शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। इसी के विरोध में हम अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।” प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस और विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंच गए। बावजूद इसके छात्रों का प्रदर्शन जारी है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी