Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
पश्चिम सिंहभूम, 8 जून (हि.स.)। शहर के महादेव कॉलोनी निवासी अजय बरहा, जो लंबे समय से मानसिक रोग से जूझ रहे थे। अब एक नए जीवन की उम्मीद लेकर रांची के रिनपास (कांके) में रविवार को भर्ती हो गए हैं। यह संभव हो पाया है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक तंत्र की सराहनीय संवेदनशीलता के कारण।
अजय बरहा के असामान्य व्यवहार और बिगड़ती मानसिक स्थिति को देखकर उनका परिवार और मोहल्ले के लोग बेहद परेशान थे। कई दिनों तक स्थानीय डॉक्टरों के पास इलाज करवाने के बावजूद उनकी हालत में कोई खास सुधार नहीं हो सका। ऐसे में चाईबासा के आदिवासी उरांव समाज के उप सचिव एवं 'ब्लडमेन' के नाम से मशहूर रक्तदान समूह के प्रमुख संचालक लालू कुजूर ने इस समस्या को गंभीरता से लिया।
उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) की PLV रेणु देवी से संपर्क किया। इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता गणपत लकड़ा, जगदीश दास, पंकज टोप्पो, मुकेश कालिंदी और बिरजू कच्छप ने भी मिलकर एकजुट प्रयास किया। सामूहिक प्रयासों से आखिरकार अजय बरहा को रांची स्थित रिनपास में भर्ती कराकर उनका उचित इलाज शुरू कराया गया।
यह पूरी पहल न केवल एक मानसिक रोगी युवक के लिए उम्मीद की किरण बनी, बल्कि समाज में संवेदनशीलता और मानवता की मिसाल भी पेश की। यह साबित करता है कि जब प्रशासन और समाज मिलकर काम करते हैं तो वंचित और पीड़ित वर्ग को भी राहत दिलाई जा सकती है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक