गुरुकुल में कोड ऑफ कंडक्ट विषय पर जागरूकता कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान अतिथि


हरिद्वार, 7 जून (हि.स.)। गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय कोड ऑफ कंडक्ट विषय पर जागरूकता कार्यक्रम में बोलते हुए मेजर रीति उपाध्याय ने कहा कि सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को अपने कोड ऑफ कंडक्ट का पालन करना चाहिए। जो नियम को भंग करने की कोशिश करेगा अथवा नियमों को तोड़ मरोड़कर उसके अनुसार कार्य करेगा तो उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्यवाही की जाती है।

सरकार ने जिस कार्य के लिए जो प्रक्रिया निर्मित की है, उसी प्रक्रिया एवं नियम के अनुसार करना चाहिए। गोपनीय पत्रावली को नैतिकता के साथ उसे गोपनीय बनाए रखना सभी कर्मचारियों का कर्तव्य है। कहा कि सहानुभूति एवं कर्तव्यनिष्ठा के पालन में नियमों को ध्यान में रखना आवश्यक है। नैतिकता के साथ अपने अधिकारों का प्रयोग करना चाहिए। अपने पद का दुरुपयोग एवं पक्षपात करना नियमों के विरुद्ध है। अतः इस तरह के कार्यों को नहीं करना है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राकेश भूटियानी ने कहाकि विश्वविद्यालय में यूजीसी, भारत सरकार के नियमों का पालन किया जाता है। सेवा सम्बन्धी नियम उपनियम सभी यूजीसी के अनुसार पालन करने सम्बन्धी, जागरूकता के लिए इस कार्यक्रम आयोजन किया गया है।

दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिन मुख्य वक्ता प्रो. एलपी पुरोहित ने कर्मचारियों को केंद्रीय सरकार के सेवा नियमों के बारे में कर्मचारियों को विस्तार से जानकारी देते हुए विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया वही उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा सेवा नियमों के अंतर्गत कर्मचारियों को प्राप्त अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी।

संचालन करते हुए डॉ. ऊधम सिंह ने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना के मूल में आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती के दर्शन, भारतीय ज्ञान परम्परा एवं शिक्षा को रखा है। अतः हमें इसी के अनुरूप व्यवहार करना चाहिए।

इस अवसर पर प्रो. कर्मजीत भाटिया, डॉ. सुयश भारद्वाज, डॉ. भारत वेदालंकार, डॉ. बबलू वेदालंकार, रजनीश भारद्वाज, कुलभूषण शर्मा, हेमन्त सिंह नेगी, प्रकाश तिवारी, वीरेंद्र पटवाल, रविकांत शर्मा, डॉ. शिव कुमार चौहान, अजय कुमार, संजय कुमार, किशन कुमार आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला