संस्कारयुक्त लोक हितकारी परिवार ही राष्ट्र के परम वैभव का आधार : डॉ रविंद्र शंकर जोशी
सम्बोधित करते वक्ता


प्रयागराज, 07 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधि कुटुम्ब प्रबोधन की दो दिवसीय कार्यशाला शनिवार को चिन्मय मिशन आश्रम में प्रारम्भ हुई। जिसका उद्घाटन करते हुए अखिल भारतीय संयोजक डॉ रविंद्र शंकर जोशी ने परिवार की छोटी-छोटी बातों का उल्लेख करते हुए इन दुर्गुणों से दूर रहने का आवाहन किया।

उन्होंने कहा कि आपस में संवाद का अभाव, मोबाइल का अधिक प्रयोग, सांस्कृतिक सम्बंधों का अभाव, अहंकार, तनाव आपस में असहयोग परिवार और राष्ट्र की प्रतिष्ठा के स्थान पर अपनी प्रतिष्ठा, धैर्य की कमी और पीढ़ी का अंतराल इन सभी को दूर करना है। डॉ जोशी ने यह भी उल्लेख किया की संस्कारयुक्त बालक हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए हमें परिवार को समय देना होगा और केवल आवश्यक कार्य के लिए ही मोबाइल का सदुपयोग हो, यह भी तय करना पड़ेगा। परिवार के सभी सदस्य एक दूसरे के हित का चिंतन करें। मैं नहीं तू ही का भाव हो और यही भाव समाज और राष्ट्र के लिए भी बने तभी राष्ट्र परम वैभव की ओर जाएगा। समाज की विकृतियां अपने परिवार में न आए तथा अपना समाज ही विकृत हीन हो जाए ऐसा हमारा प्रयास हो।

उन्होंने कहा कि परिवार में हंसी-ठहाके लगें, खेलकूद के साथ पढ़ाई लिखाई एवं तनाव मुक्त परिवार बने, यही आधार ही राष्ट्र के परम वैभव का आधार होगा। परिवार में छोटे-छोटे कैसे खेल हो सकते हैं इस पर भी विभिन्न सत्रों में चर्चा की गई।

उद्घाटन सत्र में चिन्मय मिशन की प्रमुख माता शाश्वती चैतन्य ने गीता और रामायण के उदाहरण से राष्ट्र और समाज के उन्नयन के कार्य करने हेतु सभी को प्रेरित किया। बैठक में 21 जिलों और 7 विभागों से कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं।

कुटुम्ब प्रबोधन के विभाग संयोजक नरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि कुटुम्ब प्रबोधन संघ का ही कार्य कर रहा है। हमारे परिवार सनातन धर्मी परिवार बने, संस्कार वान बच्चे देश के सुयोग्य नागरिक बने, इसी दिशा में कार्यक्रम और जागरण चलाया जा रहा है। कार्यशाला में ओमपाल, अशोक, डॉ जेपी सिंह डॉ एसपी सिंह, विभाग संयोजक नरेंद्र श्रीवास्तव, बालकृष्ण पाण्डेय, डॉ अयोध्या, विजय प्रताप, वंश नारायण पाठक आदि कार्यकर्ता व बड़ी मात्रा में महिलाएं भी उपस्थित रहीं।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र