सूखे कंठों से निकल रही आह, गंदे कुएं से बुझ रही प्यास
कूंए से पानी भरने के लिए अपने बारी का इंतजार करते ग्रामीण।


- ग्रामीण पी रहे कुएं का गंदा पानी, बीमारियों की आशंकामीरजापुर, 07 जून (हि.स.)। हलिया ब्लॉक स्थित कोठी खुर्द गांव के बिंद बस्ती मजरे में ‘हर घर नल जल योजना’ कागजों में तो पूरी हो चुकी है, लेकिन हकीकत यह है कि यहां के लगभग 25 परिवारों के 80 से अधिक लोग बीते एक महीने से भीषण गर्मी में गंदे कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं। एक साल पहले बिछी पाइपलाइन अब तक सूखी पड़ी है। प्यास से तड़पते ग्रामीण सूखे कंठ लिए व्यवस्था की ओर टकटकी लगाए हैं। बस्तीवासियों का कहना है कि योजना के तहत पाइपलाइन तो वर्षों पहले बिछाई गई थी, लेकिन टोटियों से आज तक एक बूंद पानी नहीं टपका। कुएं का गंदा पानी पीने से बीमारियों की आशंका बनी हुई है। ग्रामीण सुनील, चंदन, अवधराज, लखनलाल, गोपीचंद, सत्यनारायण, जवाहिर, मंजू, अनिता, रामजगी आदि ने बताया कि कई बार ग्राम प्रधान से टैंकर से पानी भिजवाने की गुहार लगाई गई, लेकिन हर बार आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। प्रशासन की उदासीनता पर नाराजगी जताते हुए ग्रामीणों ने कहा कि एक ओर सरकार जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण भारत को शुद्ध पेयजल देने के लिए करोड़ों खर्च कर रही है, वहीं उनकी बस्ती में पीने के लिए साफ पानी भी नसीब नहीं है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी विजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि स्थिति की जानकारी मिलने पर ग्राम प्रधान और सचिव को निर्देशित किया गया है कि तत्काल टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति शुरू कराई जाए। जल्द ही व्यवस्था की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा