शाही ईदगाह में ईद-उल-अजहा की नमाज शांति पूर्वक अदा
शाही ईदगाह से निकलते हुए शहर कोतवाल मिथलेश मिश्रा


शाही ईदगाह से सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए पुलिस अधीक्षक एवं शहर कोतवाल


जिला प्रशासन के लोग मस्जिद के सामने बैठे हुए सिटी मजिस्ट्रेट,CRO,


गले मिलकर बधाई शुभकामनाएं देते हुए जनप्रतिनिधि


शाही ईदगाह में नमाज अदा करते नमाजी लोग


जौनपुर, 07 जून (हि.स.)। ईद-उल-अजहा का त्योहार शनिवार को मनाया जा रहा है। यह त्योहार आज से तीन दिनों तक मनाया जाएगा। जौनपुर के मछलीशहर पड़ाव स्थित शाही ईदगाह में सुबह 8:15 बजे मुख्य नमाज अदा की गई। इसके अलावा क्षेत्र की अलग- अलग मस्जिदों में भी ईद की सामूहिक नमाज में अकीदतमंदों ने नमाज अदा की। नमाज अदा करने के लिए कस्बा ग्रामीण इलाकों की मस्जिदों में सुबह से ही हजारों की संख्या में लोग जुटने शुरू हो गए। जलालुद्दीन ने बताया कि नमाज अदा करने के बाद घरों में बकरों की कुर्बानी दी जाएगी।

शाही ईदगाह पर बड़ी मस्जिद के कारी जलालुद्दीन ने ईद-उल-अजहा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। नमाज के बाद कुतबा और उसके बाद दुआ हुई। इस मुबारक मौके पर अल्लाह तआला से सभी मुस्लिम लोगों ने अमन चैन के साथ-साथ आपस मे भाई चारा हमेशा कायम रखने के लिए दुआ की गई। इस मौके पर सदर से सपा सांसद बाबू सिंह कुशवाहा ने ईद-उल-अजहा के मौके पर क्षेत्रवासियों को मुबारकबाद दी है। सांसद ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि ईद-उल-अजहा का यह पर्व हमें आपसी भाईचारे के साथ रहने, सच्चाई की राह पर चलने एवं त्याग करने की प्रेरणा देता है।

ईद-उल-अजहा को बकरा ईद के नाम से भी जानते हैं। इस दिन बकरे की कुर्बानी का काफी महत्व है। समाज के लोगों का कहना है कि हर कोई कुर्बानी नहीं कर सकता। लोगों का कहना है कि कुर्बानी हर उस औरत और मर्द के लिए मुनासिब है, जिसके पास एक खास रकम या उसके बराबर सोना और चांदी या तीनों (रुपया, सोना और चांदी) मिलाकर भी उस खास रकम के बराबर है। सिटी मजिस्ट्रेट इंद्र नंदन सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा बकरीद की नमाज को लेकर पूरी व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही। सीओ सिटी देवेश सिंह ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम रहे। ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव