Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
पश्चिम सिंहभूम, 6 जून (हि.स.)। पश्चिम सिंहभूम जिला में शुक्रवार को नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत गुवा के जाटाहाटिंग बस्ती में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की महिला सदस्यों—सुनीता देवी, रेखा महतो, नीलम हेम्ब्रम और रानी देवी के नेतृत्व में मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव को लेकर एक जागरूकता अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान महिलाओं ने मोहल्ले में रैली निकाली और शराब, गुटखा, तंबाकू आदि नशीली चीजों के सेवन से होने वाले शारीरिक और मानसिक दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सुनीता देवी ने बताया कि बार-बार और लंबे समय तक शराब, तंबाकू, मारिजुआना या अन्य मादक द्रव्यों का सेवन करने से इसकी लत लगने की संभावना बढ़ जाती है। इसके कारण मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जैसे पागलपन, अवसाद, उत्तेजना और आक्रामकता जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
रेखा महतो ने कहा कि नशीले पदार्थों का अत्यधिक सेवन हृदय और रक्त वाहिकाओं पर भी बुरा प्रभाव डालता है, जिससे हृदय गति अनियमित हो सकती है और हार्ट अटैक तक हो सकता है। धूम्रपान करने वालों को ब्रोंकाइटिस, वातस्फीति और फेफड़ों के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां होने की आशंका रहती है।
नीलम हेम्ब्रम ने बताया कि ओपियेट्स के सेवन से सांस लेने की गति धीमी हो जाती है, जिससे वायुमार्ग अवरुद्ध हो सकता है या अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं। इसके अलावा मादक द्रव्यों का सेवन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है, जिससे व्यक्ति एचआईवी-हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।
रानी देवी ने कहा कि नशीले पदार्थों के सेवन से फेफड़े, हृदय, दांत और मसूड़ों पर भी बुरा असर पड़ता है। इससे दांतों में दर्द और मसूड़ों की बीमारी हो सकती है, जिससे व्यक्ति बार-बार असहनीय पीड़ा का सामना करता है।
कार्यक्रम के अंत में सभी महिलाओं ने नशीले पदार्थों से दूर रहने और समाज को भी इसके प्रति जागरूक करने की शपथ ली। सभी ने सामूहिक रूप से नारा दिया। नशा मुक्त समाज बनाएंगे, स्वस्थ भारत बनाएंगे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक