भारत और इटली वैमानिकी, ऊर्जा, परिवहन और वाहन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे
इटली में एक उच्‍चस्‍तरीय बैठक को संबोधित करते हुए पीयूष गोयल


मास्चियो गैसपार्डो के बोर्ड अध्यक्ष मिर्को मास्चियो के साथ गोयल


ब्रेसिया, 06 जून (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और इटली के उप-प्रधानमंत्री तथा विदेश एवं अंतरराष्‍ट्रीय सहयोग मंत्री एंटोनियो तजानी के बीच इटली के प्रमुख व्‍यापार केंद्र ब्रेशिया में हुई बैठकों के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। भारत और इटली विनिर्माण, ऑटो, एयरोस्पेस, ऊर्जा परिवर्तन, प्रवासन और गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।

पीयूष गोयल ने इटली की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान भारत-इटली संयुक्त आर्थिक सहयोग आयोग (जेसीईसी) के 22वें सत्र की सह-अध्यक्षता की। भारत और इटली कई उभरते और रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग को प्राथमिकता देने पर सहमत हुए। दोनों पक्षों ने कौशल विकास, डिजिटल परिवर्तन, प्रवास और गतिशीलता के साथ-साथ भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) जैसी वैश्विक कनेक्टिविटी पहलों में संयुक्त प्रयासों के महत्व पर भी जोर दिया। संयुक्त आर्थिक सहयोग आयोग की ओर से इस दौरान एक उच्चस्तरीय ग्रोथ फोरम का आयोजन किया गया, जिसमें दोनों देशों के सीईओ और प्रमुख उद्योगपति शामिल हुए। यह मंच उभरते व्‍यापार के अवसरों और आपसी हितों के औद्योगिक सहयोग की पहचान करने में उपयोगी साबित हुआ।

वाणिज्‍य मंत्री की दो दिवसीय इटली दौरा 5 जून को समाप्त हुई। इस यात्रा के दौरान पीयूष गोयल के साथ लगभग 90 कंपनियों के शीर्ष नेतृत्व वाला एक मजबूत भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी था। प्रतिनिधिमंडल ने इतालवी उद्योगों का दौरा किया और स्थानीय कंपनियों के साथ कई बैठकें कीं। गोयल ने इतालवी उद्योगपतियों के साथ बातचीत भी की और भारत में परिचालन, विनिर्माण या कार्यालय का विस्तार करने की उनकी योजनाओं का स्वागत किया। गौरतलब है कि ब्रेशिया इटली का विनिर्माण केंद्र है।

गोयल और उप-प्रधान मंत्री तजानी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ब्रेशिया में एक प्रमुख इतालवी अपशिष्ट-से-ऊर्जा कंपनी ए2ए का दौरा किया। इस यात्रा ने स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग के अवसरों पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “एक पेड़ मां के नाम” पहल के तहत एक प्रतीकात्मक रूप में दोनों नेताओं ने सांता जूलिया यूनेस्को विरासत परिसर में अपनी मां की याद में पौधे लगाए। वाणिज्‍य मंत्री की यात्रा भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास और अवसरों को उजागर करने तथा बढ़ते द्विपक्षीय वाणिज्यिक और आर्थिक संबंधों को और समृद्ध बनाने में सहायक रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर