कुआं खोदे बिना बिचौलियों ने निकाले 1.52 लाख, लाभुक बेखबर
तरहसी प्रखंड कार्यालय


पलामू, 5 जून (हि.स.)।जिले के तरहसी प्रखंड की तरहसी पंचायत अंतर्गत मिसिर पतरा गांव में मनरेगा से स्वीकृत सिंचाई कूप का निर्माण कराए बैगर ही मनरेगाकर्मियों और बिचौलियों की मिलीभगत से एक लाख 52 हजार 552 रुपये की फर्जी निकासी कर ली गई। रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, मुखिया और मनरेगाकर्मियों की मिलीभगत से अनियमितता बरती गई है।

मिसिर पतरा के पप्पू यादव ने इस संबंध में तरहसी बीडीओ, पलामू डीडीसी, पलामू डीसी को लिखित आवेदन देकर मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

पप्पू यादव के अनुसार रोजगार सेवक रविंद्र कुमार बिचौलियों की मिलीभगत से उनके नाम पर बिरसा सिंचाई कूप निर्माण योजना स्वीकृत कराकर बगैर कुआं की खुदाई कराए ही एक लाख 52 हजार 552 रुपए फर्जी निकासी कर ली है।

उसके नाम से योजना कब स्वीकृत हुई, इस की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा उन्हें पता चला कि उनके नाम पर मनरेगा योजना से बिरसा सिंचाई कूप निर्माण स्वीकृत कराकर पैसे की अवैध निकासी की जा रही है। जब पप्पू ने ऑनलाइन जांच की तो पता चला कि उनके नाम पर योजना स्वीकृत है और अवैध निकासी भी कर ली गयी है। पप्पू ने बताया कि सिंचाई कूप का कोई कार्य उनके खेत में नहीं हुआ है।

सबसे दिलचस्प बात है कि सिंचाई कूप निर्माण की राशि का जिन मनरेगा मजदूरों के खाते में भुगतान किया गया है, उन मजदूरों को भी कोई जानकारी नहीं है। संगीता देवी, मदन यादव, मीना देवी, सुनीता देवी, मानो देवी, अनिल साव, रंजीत कुमार, सकेंद्र कुमार यादव, हरिहर यादव, ओमती देवी, निक्की देवी, सुनील कुमार साव, विनीता देवी, लीलावती देवी, सुरेंद्र राम, विनोद साव को कुआं में काम करते दिखाया गया है। यहीं नहीं इन सभी मनरेगा मजदूरों के खाते में मजदूरी भुगतान भी की गयी है। कुआं निर्माण में जिन लोगों के नाम मास्टर रोल बनाकर राशि भुगतान किया गया है, इनमें कोई व्यक्ति काम नहीं किया है। जिनके खाते में कूप निर्माण की राशि भुगतान किया गया है, उन लोगों का कहना है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है। किसी के कूप निर्माण में कोई काम नहीं किया है। पीएम किसान की राशि खाते में डलवाने की बात कह रोजगार सेवक रविंद्र कुमार ने सभी लोगों से खाते से पैसे निकलवा कर लें लिये हैं।

पप्पू यादव ने अधिकारियों को आवेदन देकर तरहसी पंचायत के मुखिया, रोजगार सेवक, पंचायत सचिव और बीपीओ की भूमिका अहम बताया है। बीपीओ दीपक कुमार जांच के नाम पर दोषी लोगों से मोटी रकम वसूलने के बाद मामले को रफादफा कर देते हैं। मिसिर पतरा गांव के लोगों का कहना है कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो सड़क पर उतर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।

बीपीओ दीपक कुमार ने दूरभाष पर बताया कि उन्हें आवेदन मिला है। इसकी जांच की जाएगा। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। मनरेगा योजना में अनियमितता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार