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कैथल, 5 जून (हि.स.)। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अधीनस्थ स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र, कैथल द्वारा गुरुवार काे विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत गांव रसीना में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में करनाल के भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. रतन तिवारी ने शिरकत की। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान अपनी समस्याएं तथा अनुभवों को वैज्ञानिकों के साथ सांझा करें, ताकि वैज्ञानिक इस आधार पर भविष्य में अपने शोध की रणनीति तैयार कर सकें। उन्होंने किसानों को बताया कि समय की मांग है किसान फसल विविधीकरण, उन्नत बीजों का चुनाव तथा आमदनी बढ़ाने के तरीके अपनाकर अपनी आप को विकसित करें।
संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अनिल खिप्पल ने किसानों को धान की वैज्ञानिक खेती, बीज उपचार, नर्सरी में खरपतवार नियंत्रण, धान में झंडे आदि की समस्याओं पर अपना वक्तव्य किसानों के साथ सांझा किए। कृषि विज्ञान केंद्र, कैथल के वैज्ञानिक डॉ जसबीर ने रसायनों से मुक्त होने के लिए प्राकृतिक खेती और पानी को बचाने के लिए धान की सीधी बिजाई की वैज्ञानिक जानकारी दी। केंद्र के वैज्ञानिक डॉ अमित कुमार ने धान व अन्य फसलों में खरपतवार नियंत्रण के ऊपर विस्तार से जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में डॉ संजीत, डॉ चुन्नी लाल, डॉ राजा, डॉ पवन, डॉ रोहित, सूर्यप्रकाश ने भी अपने- अपने संस्थानों के विकसित शोध कार्यों और विभागों की विभिन्न स्कीमों की जानकारी दी। इस मौके पर निदेशक डॉ. रतन तिवारी ने पौधा रोपण भी किया। प्रगतिशील किसान महेंद्र सिंह रसीना ने टीम का धन्यवाद किया। इस मौके पर गांव रसीना के प्रगतिशील किसान महेंद्र सिंह, राजेश खेड़ी सिकंदर सहित गांव के किसानों ने भागीदारी की।
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हिन्दुस्थान समाचार / मनोज वर्मा