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जोधपुर, 5 जून (हि.स.)। विश्व पर्यावरण दिवस एवं गंगा दशहरा के पावन अवसर पर बनाड़ स्थित अमृत सरोवर पर वंदे गंगा- जल संरक्षण जन अभियान का जिला स्तरीय शुभारंभ समारोह आयोजित किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य आमजन को जल संरक्षण, प्लास्टिक मुक्ति एवं पारंपरिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन के लिए प्रेरित करना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत कलश यात्रा एवं सरोवर जल पूजन से हुई, जिसमें प्रभारी मंत्री मदन दिलावर ने प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। इसके पश्चात मंचीय कार्यक्रमों की श्रृंखला आरंभ हुई, जहां विभिन्न गणमान्य अतिथियों ने जल, पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण के महत्व पर विचार व्यक्त किए।
प्रभारी मंत्री मदन दिलावर ने अपने संबोधन में कहा कि जल केवल संसाधन नहीं, जीवन का मूल है, और इसे पूजनीय मानकर संरक्षण करना प्रत्येक नागरिक का दायित्व है। उन्होंने चेताया कि आज का जीवन स्वार्थ तक सीमित रह गया है, इसी कारण जल स्रोतों के आसपास अतिक्रमण, जल अपव्यय और प्रदूषण बढ़ा है। उन्होंने उद्योगों को भी अपने अपशिष्ट का सही उपचार कर जल स्रोतों को सुरक्षित रखने की बात कही। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत ने कहा कि राजस्थान की संस्कृति सदैव जल संरक्षण की रही है। आज की पीढ़ी को पारंपरिक जल स्रोतों की रक्षा कर भविष्य के लिए उदाहरण प्रस्तुत करना होगा।
विभिन्न गतिविधियों में दिया संदेश
इस अवसर पर तुलसी पौधे वितरित किए गए और जल संकल्प दिलवाया गया। गणमान्यों द्वारा नेचर वॉक कर अमृत सरोवर क्षेत्र में पौधारोपण भी किया गया। इस अवसर पर प्रभारी सचिव दिनेश कुमार, संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल, पूर्व जेडीए अध्यक्ष प्रो. डॉ. महेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व जिला प्रमुख पूना राम चौधरी, पूर्व विधायक पुखराज गर्ग, मंडोर प्रधान सुरता सांगवा, बनाड़ सरपंच सुआ देवी, राजेंद्र पालीवाल, त्रिभुवन सिंह भाटी सहित जनप्रतिनिधिा एवं अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. धीरज कुमार सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश