गंगा दशहरे पर यमुना में डुबकी लगाते तीन महिलाओं समेत पांच बहे,गोताखोरों ने बचाए
नहर में डूबता हुआ परिवार


यमुनानगर, 5 जून (हि.स.)। गंगा दशहरा पर्व पर सहारनपुर से यमुनानगर आए एक परिवार के चार लोगाें समेत कुल पांच व्यक्ति यमुना नहर में बह गए। गनीमत रही कि वहां पर गोताखोरों और अन्य लोगों की सहायता से एक-एक कर डूब रहे लोगों को निकाल लिया गया। एक महिला की गंभीर हालत देखते हुए उसे निजी अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल कराया गया। जहां उसका इलाज जारी है।

सहारनपुर निवासी अक्षित कश्यप (17) ने गुरुवार को बताया कि आज गंगा दशहरा पर्व पर उनका परिवार जिसमें उसकी मां 35 वर्षीय नेहा, 45 वर्षीय बबली, 40 वर्षीय कविता व चार बच्चे यहां यमुना नहर के बाड़ी माजरा पुल पर गंगा स्नान करने पहुंचे हुए थे। आज दोपहर लगभग दो बजे वह नहर में स्नान कर रहे थे। इसी दौरान नहाते हुए उसकी मां नेहा का पैर फिसल गया और वह डूबने लगी तो कविता, बबली उसे बचाने लगी लेकिन वह दोनों भी डूबने लगी। उन्हें डूबता देख अक्षित उन्हें बचाने के लिए आगे गया। वह भी डूब गया। इतने में वहां मंदिर के पुजारी माधवनंद ने भी उन्हें बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी लेकिन किसी को भी तैरना नहीं आता था।

गोताखोर राजीव व सुखदेव ने बताया कि नेहा व अक्षित नहर में डूब चुके थे। उन्हें काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। गंभीर हालत में नेहा को एक्टिवा पर ही अस्पताल में लेकर पहुंचे। वहीं इस घटना के बाद परिवार के सभी लोग बेहाल और दहशत में है। आसपास के लोगों का कहना है कि यदि गोताखोर नहीं हाेते तो एक बहुत बड़ा हादसा हो सकता था।

हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग