राज्य पर्यटन विभाग में ई-टेंडर घोटाले की जांच की मांग, शुभब्रत प्रमाणिक के खुलासे पर विपक्ष का हमला
शुभेंदु अधिकारी


कोलकाता, 05 जून (हि. स.)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस से अनुरोध किया है कि वे राज्य पर्यटन निदेशालय में ई-टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं की जांच कराएं। यह मांग विभाग के ही एक प्रोजेक्ट ऑफिसर शुभब्रत प्रमाणिक द्वारा किए गए सनसनीखेज खुलासे के बाद सामने आई है।

शुभब्रत प्रमाणिक ने कुछ मीडिया संस्थानों को भेजे ईमेल में दावा किया है कि पर्यटन विभाग की ई-टेंडर प्रक्रिया को कुछ चुनिंदा एजेंसियों के पक्ष में तोड़ा-मरोड़ा गया, जिससे पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि उनके पास इस धांधली से जुड़े दस्तावेजी प्रमाण मौजूद हैं, जिन्हें वह उपयुक्त समय पर सार्वजनिक करेंगे।

शुभेंदु अधिकारी ने एक बयान जारी कर कहा कि जिन टेंडरों में गड़बड़ी हुई है, वे रेड रोड कार्निवल और कोलकाता बुक फेयर जैसे हाई-प्रोफाइल आयोजनों से जुड़े हैं। उन्होंने इस पूरे मामले में चार एजेंसियों और दो व्यक्तियों के नाम उजागर किए हैं, जो उनके अनुसार इस गड़बड़ी से लाभान्वित हुए हैं।

अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि विभाग के ईमानदार अधिकारियों को धमकाया जा रहा है और उन पर दबाव डाला जा रहा है कि वे इस धांधली में सहयोग करें और चुप रहें।

उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती दी है कि यदि वे वास्तव में पारदर्शी शासन में विश्वास रखती हैं, तो उन्हें इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता पारदर्शिता और जवाबदेही की हकदार है, न कि एक ऐसे शासन की, जो भ्रष्टाचार और धमकी के सहारे चलता है। मुख्यमंत्री की चुप्पी या निष्क्रियता से लोगों का यह संदेह और मजबूत होगा कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार गहराई तक फैला है।

वहीं अब तक राज्य सरकार या तृणमूल कांग्रेस की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

प्रमाणिक ने ईमेल में यह भी आरोप लगाया है कि यदि वे विभागीय निर्देशों के अनुसार टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी नहीं करते, तो उन्हें प्रताड़ना का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे किसी भी समय अपने दावों के समर्थन में सबूत सार्वजनिक करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने विभाग के मंत्री इंद्रनील सेन पर सीधे तौर पर इस धांधली के आरोप लगाए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर