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इंदौर, 04 जून (हि.स.)। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को यहां कोरोना के सात नए मामले सामने हैं। इसके बाद यहां कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है। सभी मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। जहां विशेषज्ञों की निगरानी में इनका इलाज किया जाएगा।
इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार को सात मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। यह सभी मरीज दूसरे राज्यों की यात्रा करके लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग इनके संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटा है।
उन्होंने बताया कि मथुरा से लौटी 43 वर्षीय महिला, केरल से लौटी 69 वर्षीय महिला, बद्रीनाथ से लौटी 48 वर्षीय महिला, ओडिशा से लौटे 29 वर्षीय पुरूष, रायपुर से लौटे 36 वर्षीय पुरूष सहित इंदौर के दो पुरूष पॉजिटिव पाए गए है। उन्होंने सर्दी, खांसी, बुखार के बाद जांच करवाई थी, जिसमें यह पॉजिटिव पाएं गए। सभी मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। उनके परिवार के सदस्यों को भी विशेष सावधानी रखने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि इंदौर में इस वर्ष अब तक कोरोना के 33 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से इंदौर के 25 मरीज और आठ दूसरे जिलों के हैं। अभी इंदौर में 17 सक्रिय मरीज है। यह सभी होम आइसोलेशन में उपचार जारी है। प्रदेश में सबसे अधिक मरीज इंदौर में ही है।
सीएमएचओ डॉ. सैत्या ने बताया कि हाल ही में कोरोना के ओमिक्रान वैरिएंट के सब लाइनिज की पुष्टि हुई है। हमें घबराने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन सर्तकता बरतते हुए हमें भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। यदि किसी को सर्दी-खांसी है तो दूसरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुधवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने विशेषज्ञों की बैठक बुलाई। जिसमें उन्हें छह बेड के आईसीयू वार्ड सहित मरीजों के इलाज की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। बैठक में निर्देश दिए कि कोरोना के लिए अलग से बनाएं आईसीयू वार्ड में डॉक्टरों और स्टाफ की टीम तैनात रहेगी। मरीजों को जांच की सुविधा भी मिलना चाहिए। उन्होंने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर