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गुना, 5 जून (हि.स.)। पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार को शहर में साइकिल रैली का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया। इस अवसर पर गुना विधायक पन्नालाल शाक्य ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ देश की आंतरिक सुरक्षा और जनहित के मुद्दों पर ध्यान देना भी अत्यंत आवश्यक है, तभी सही मायने में पर्यावरण दिवस सार्थक हो पाएगा।
विधायक शाक्य ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उन्होंने गुना के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण मांगे रखी थीं, जो अब तक पूरी नहीं हुई हैं। उन्होंने विशेष रूप से तीन बिंदुओं पर अपनी निराशा व्यक्त की
1.रिंग रोड की मांग खटाई में: उन्होंने बताया कि गुना में रिंग रोड की मांग लंबे समय से लंबित है, लेकिन यह अभी भी खटाई में पड़ी हुई है।
2. अम्मा महाराज के नाम से सड़क का प्रस्ताव अनसुना: विधायक ने विवेक कॉलोनी से बायपास तक अम्मा महाराज के नाम से एक सड़क बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिस पर कोई चर्चा नहीं हुई।
3. तात्या टोपे यूनिवर्सिटी और नगर निगम विस्तार पर गतिरोध: उन्होंने तात्या टोपे यूनिवर्सिटी के स्थान बदलने और गुना के 10 किलोमीटर के क्षेत्र को नगर निगम में शामिल करने के प्रस्तावों पर भी गतिरोध का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर अधिकारी अपनी-अपनी तुकबंदी लगा रहे हैं और जनता के चुने हुए प्रतिनिधि इलेक्टेट की बात नहीं सुनी जा रही है, बल्कि सिलेक्ट हावी हो गया है।
विधायक ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि जनता ने उन्हें अच्छे मतों से जिताकर विधानसभा भेजा है, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहलेशासन, प्रशासन में अपनी सुनवाई नहीं होने पर गुना विधायक सार्वजनिक रुप से अपना आक्रोष व्यक्त कर चुके है। वह यहां तक कह चुके है कि आरक्षित सीट से विधायक होने के कारण उनकी अनदेखी हो रही है।
बेटियों का जिक्र और ज्योति मल्होत्रा से सजग रहने की सलाह
अपने संबोधन में विधायक शाक्य ने अपनी बेटियों व्योमिका सिंह और सोफिया कुरैशी का जिक्र किया, हालांकि उनके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई। वहीं, उन्होंने ज्योति मल्होत्रा का नाम लेते हुए कहा कि ऐसे लोगों से सजग रहना चाहिए।
देश की आंतरिक सुरक्षा पर जोर
विधायक शाक्य ने पर्यावरण दिवस के मौके पर देश की आंतरिक सुरक्षा के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, देश को अंदर से भी सुरक्षित रखना होगा, सीमाओं पर देश की सेना निबट लेंगी। देश सुरक्षित रहेगा तभी पर्यावरण दिवस साकार हो सकेगा। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा और सामाजिक सद्भाव भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक शर्मा