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बांदा, 5 जून (हि.स.)। बबेरू कस्बे के प्रसिद्ध मां मढ़ीदाई मंदिर में गुरुवार को एक प्रेमी युगल ने समाज की रुढ़ियों को तोड़ते हुए एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरकर सात जन्मों का साथ निभाने का संकल्प लिया। प्रेमी-प्रेमिका ने मंदिर में माथा टेककर आशीर्वाद लिया और एक नई जिंदगी की शुरुआत की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रेमी राजकमल, निवासी ग्राम कोर्रही (थाना बिसंडा) और प्रेमिका सीमा देवी, पुत्री राम प्रसाद, निवासी बिजली खेड़ा, बांदा, बीते पांच वर्षों से प्रेम-प्रसंग में थे। लेकिन सीमा के परिजन इस रिश्ते से सहमत नहीं थे, जबकि राजकमल के परिवार ने उनके रिश्ते को स्वीकार कर लिया था।
जब लड़की पक्ष ने शादी से साफ इंकार कर दिया, तो दोनों ने समाज की मर्यादाओं में रहकर न्यायिक रास्ता अपनाया। पहले कोर्ट मैरिज की और फिर मां मढ़ीदाई मंदिर में अपने प्रेम को वैवाहिक बंधन में बदल दिया। मंदिर में विवाह के बाद दोनों ने एक-दूसरे के साथ जीवन भर साथ निभाने की कसमें खाईं।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि जब प्रेम सच्चा होता है, तो वह समाज की बंदिशों को नहीं, बल्कि अपने मन की आवाज को सुनता है। मंदिर में हुई इस आत्मिक शादी ने यह भी दर्शाया कि आस्था और प्रेम जब एक साथ हों, तो कोई भी बाधा उन्हें रोक नहीं सकती।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह