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गुवाहाटी, 5 जून (हि.स.)।मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने आज उत्तर गुवाहाटी के बारचंद्रा में ओलंपिक पदक विजेता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध बॉक्सर लवलीना बरगोहाईं द्वारा स्थापित लवलीना बॉक्सिंग एकेडमी का विधिवत उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन में लवलीना की यात्रा को प्रेरणादायक बताया — गोलाघाट जिले के बरपथार से टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने और 2024 पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने तक के सफर को उन्होंने असम की गौरवशाली उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि एशियाई चैंपियनशिप, वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप और अन्य राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में लवलीना के प्रदर्शन ने खेलों, विशेषकर बॉक्सिंग को असम में नई दिशा दी है। अर्जुन पुरस्कार और मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से सम्मानित लवलीना ने अपने समाज को लौटाने की भावना से इस एकेडमी की स्थापना की है।
डॉ. सरमा ने बताया कि यह एकेडमी लवलीना द्वारा 2021 में खरीदी गई ज़मीन पर सीमित संसाधनों में तैयार की गई है। इसमें पेशेवर प्रशिक्षण की सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं और यह एक साथ 100 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने में सक्षम है। ग्रामीण प्रतिभाओं को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण शुल्क केवल 500 रुपये रखा गया है और लवलीना स्वयं प्रशिक्षण कार्यों की निगरानी करेंगी।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे बॉक्सिंग को करियर के रूप में अपनाएं। उन्होंने कहा कि असम पहले ही कई नामी बॉक्सरों को देश को दे चुका है और राज्य में खेल के लिए अनुकूल माहौल, अनुभवी खिलाड़ी और बेहतर बुनियादी ढांचे की उपलब्धता है। राज्य सरकार द्वारा खेल विभाग के माध्यम से एकेडमी में छात्रावास और अन्य आवश्यक ढांचे के विकास के लिए दो करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
मुख्यमंत्री ने राज्य में खेल अधोसंरचना को लेकर चल रही परियोजनाओं की भी जानकारी दी — जैसे सरुसजई स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का विकास, नेहरू स्टेडियम का पुनर्निर्माण, अमीनगांव स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स व नए क्रिकेट स्टेडियम का कार्य और चंद्रपुर में प्रस्तावित नई परियोजना। सरूपथार में लवलीना के नाम पर 25 करोड़ रुपये की लागत से एक स्टेडियम भी निर्माणाधीन है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय खेलों के पदक विजेताओं को सरकारी नौकरी दी जा रही है और जोरहाट, गुवाहाटी व कोकराझाड़ में उच्च प्रदर्शन केंद्र स्थापित किए गए हैं। अमीनगांव में बैडमिंटन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और एक विश्वस्तरीय स्विमिंग पूल का निर्माण हो रहा है।
राज्य सरकार अगले पांच वर्षों में 2,000 खिलाड़ियों के लिए आवासीय छात्रावासों का निर्माण करेगी। फिलहाल अमीनगांव (200 क्षमता) और सरुसजई (500 क्षमता) में छात्रावास निर्माण कार्य प्रगति पर है, जबकि चंद्रपुर और डिब्रूगढ़ खानिकर स्टेडियम में भी नई सुविधाओं की योजना है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 'खेल महारण' पहल के तहत 600 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान की गई है जिन्हें उचित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेल, विज्ञान और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में उपलब्धियां ही राज्य को राष्ट्रीय पहचान दिलाती हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को खेल क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री नंदिता गार्लोसा, विधायक दिगंत कलिता, पुलिस महानिदेशक हरमीत सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक (सेंट्रल वेस्टर्न रेंज) इंद्राणी बरुवा और एकेडमी की संस्थापक व अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर लवलीना बरगोहाईं सहित खेल जगत की कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश