कुमाऊं क्वेस्ट मोटरसाइकिल अभियान को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते सेंट्रल कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता।


देहरादून, 05 जून (हि.स.)। भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने रानीखेत कुमाऊं में “कुमाऊं क्वेस्ट” नामक मोटरसाइकिल अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अभियान युवाओं को प्रेरित करने, महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने और कुमाऊं पर्वतीय क्षेत्र में सीमा पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया है। यह जानकारी गुरुवार को सेना के जन संपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने दी।

यह नौ दिवसीय अभियान कुमाऊं क्षेत्र की दुर्गम एवं सुरम्य पर्वतीय भू-भाग से होकर गुज़रेगा। इस दौरान “अग्निपथ योजना”, “भारतीय सेना से जुड़ें” और “वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम” जैसी राष्ट्रीय पहलों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस रैली का नेतृत्व एक महिला अधिकारी कर रही हैं, जो “नारी शक्ति” की भावना को दर्शाता है। साथ ही सेना में नेतृत्व, साहस और समावेशिता का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत करती है।

अभियान के दौरान टीम एनसीसी कैडेट्स के साथ संवादात्मक सत्र आयोजित करेगी, जिसमें सेना के जीवन के बारे में जानकारी एवं करियर मार्गदर्शन दिया जाएगा। साथ ही, पिथौरागढ़ और डीडीहाट जैसे सुदूरवर्ती क्षेत्रों में वीर नारियों और युद्ध वीरों को सम्मानित किया जाएगा। अभियान का एक प्रमुख उद्देश्य सीमा और साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहित करना भी है, जिससे ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में आर्थिक विकास को समर्थन मिल सके।

यह अभियान हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय गर्व की भावना और सामाजिक जागरूकता को बढ़ाना है। “कुमाऊं क्वेस्ट” के माध्यम से भारतीय सेना यह संदेश देती है कि वह केवल सीमाओं की रक्षा करने वाली शक्ति नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाली प्रेरक शक्ति भी है जिसका उद्देश्य विश्वास का निर्माण करना, अगली पीढ़ी को प्रेरित करना तथा अपने शाश्वत मूल मंत्र “राष्ट्र सर्वोपरि, सदैव सर्वोपरि” को साकार करना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal