विश्व पर्यावरण दिवस पर खजुरी नदी तट बना हरियाली का प्रतीक
प्रतीकात्मक फोटो


- जिलाधिकारी ने किया त्रिवेणी पौधरोपण

मीरजापुर, 5 जून (हि.स.)। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार को मीरजापुर के ग्राम बर्जी मुकुन्दपुर (शाहपुर चैसा) में खजुरी नदी के तट पर एक ऐतिहासिक पहल की गई। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने प्रकृति संरक्षण के संदेश को साकार करते हुए त्रिवेणी (पीपल, बरगद, नीम) का पौध लगाकर वृहद पौधरोपण अभियान का शुभारंभ किया।

इस मौके पर नदी के तट पर कुल 500 पौधों का रोपण कर क्षेत्र को खजुरी वन नाम दिया गया। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से “एक पेड़ मां के नाम” लगाने की भावुक अपील की और कहा कि हर व्यक्ति अपने स्तर पर प्रकृति को संजोने में योगदान दे।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शुद्ध वायु और जल संरक्षण के लिए पौधरोपण अनिवार्य है। यदि हम अब भी नहीं चेते, तो आने वाले समय में जल और वायु संकट गहराता चला जाएगा। पेड़ लगाना सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि भविष्य की सुरक्षा है।

इस अभियान में प्रभागीय वनाधिकारी अरविन्द राज मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार तथा खण्ड विकास अधिकारी सिटी मुनीश कुमार ने भी भाग लिया और पौधे लगाए। ग्रामीणों की बड़ी भागीदारी से यह कार्यक्रम जन आंदोलन में परिवर्तित होता दिखा।

नदी का होगा नवजीवन

कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी ने खजुरी नदी के जीर्णोद्धार कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया और तत्काल कार्य आरंभ करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नदी की पुरानी चौड़ाई व गहराई के अनुसार पुनः खुदाई की जाएगी ताकि जलधारा पुनर्जीवित हो और आस-पास के 11 गांवों को सिंचाई व घरेलू उपयोग के लिए जल उपलब्ध हो सके।

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि पौधरोपण के लिए मनरेगा श्रमिकों की सहायता ली गई, जिससे ग्रामीणों को रोजगार भी मिला। उन्होंने यह भी बताया कि सभी पौधों के संरक्षण के लिए ट्री गार्ड व सिंचाई व्यवस्था की गई है। गांव के प्रधान, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने भी इस पर्यावरणीय अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा