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डोडा, 5 जून (हि.स.)। ऑपरेशन सद्भावना के तहत एक नेक काम करते हुए भारतीय सेना ने डोडा के भारत में एक व्यापक चिकित्सा और पशु चिकित्सा शिविर आयोजित किया। इस पहल का उद्देश्य नागनी मैदान, भारत, डोडा के दूरदराज और बीहड़ इलाकों में रहने वाले गुज्जर और बक्करवाल समुदायों की स्वास्थ्य सेवा और पशु चिकित्सा संबंधी ज़रूरतों को पूरा करना था जहाँ खराब सड़क संपर्क, पानी की कमी और विकास संबंधी बाधाओं के कारण चिकित्सा बुनियादी ढाँचे तक पहुँच सीमित है।
शिविर का नेतृत्व समर्पित सेना चिकित्सा अधिकारियों के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों के प्रतिष्ठित डॉक्टरों और पशु चिकित्सा पेशेवरों ने किया। स्थानीय लोगों को सामान्य स्वास्थ्य जांच, बाल चिकित्सा देखभाल, महिलाओं के स्वास्थ्य परामर्श और दवा वितरण सहित कई तरह की चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की गईं। माताओं और बच्चों पर विशेष ध्यान दिया गया व उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए निःशुल्क चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। इसके साथ ही खानाबदोश गुज्जर और बक्करवालों के पशुधन की देखभाल के लिए एक पशु चिकित्सा अभियान चलाया गया जो उनकी आजीविका का एक अभिन्न अंग है।
गाय, भेड़, घोड़े, खच्चर, बकरी और भैंस सहित कई जानवरों की कुशल पशु चिकित्सा कर्मियों द्वारा जांच और उपचार किया गया। डॉक्टरों द्वारा 103 नर, 58 मादा और 42 बच्चों सहित कुल 203 रोगियों को चिकित्सा देखभाल प्रदान की गई। गाय, भेड़, घोड़े, खच्चर, बकरी और भैंस सहित कुल 90 जानवरों की जांच की गई और उन्हें मुफ्त चिकित्सा उपचार प्रदान किया गया। 9 मीडियाकर्मी, 4 नागरिक गणमान्य व्यक्ति, सरकारी मेडिकल कॉलेज के 3 डॉक्टर और जिला भेड़ और पशुपालन विभाग डोडा के पशु चिकित्सकों सहित 6 कर्मचारी भी उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए।
स्थानीय लोगों द्वारा व्यक्त की गई हार्दिक कृतज्ञता देश के सबसे दूर के कोनों में लोगों की सेवा करने के लिए भारतीय सेना की अटूट समर्पण की गवाही थी। इस समग्र चिकित्सा आउटरीच ने न केवल उपचार और देखभाल प्रदान की बल्कि सेना और उन लोगों के बीच विश्वास के पुल को भी मजबूत किया जिनकी वह इतनी ईमानदारी से रक्षा करती है।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह