गुरुग्राम: द्वारका एक्सप्रेस-वे पर युवाओं ने की स्टंटबाजी
द्वारका एक्सप्रेस-वे पर स्टंटबाजी करते युवक।


-खतरनाक स्टंटबाजी के सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे

गुरुग्राम, 5 जून (हि.स.)। द्वारका एक्सप्रेस-वे पर स्कॉर्पियो गाड़ी की छत पर बैठकर स्टंटबाजी करने के वीडियो वायरल हुए हैं। सिर्फ छत पर ही नहीं, बल्कि गाड़ी चलाते हुए ड्राइवर द्वारा गाड़ी का दरवाजा खोलकर भी स्टंट किए जा रहे हैं। फुल आवाज में गीतों पर युवा मस्ती करते दिख रहे हैं। गीत भी वे बज रहे हैं, तो बदमाशी के हैं। इस तरह से स्टंटबाजी करना खुलेआम यातायात के नियमों का उल्लंघन है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में नजर आ रहा है कि द्वारका एक्सप्रेस-वे पर बजघेड़ा टोल प्लाजा के पास लग्जरी कारों का काफिला है। वहां से कुछ युवा इन कारों में सवार होकर द्वारका एक्सप्रेस-वे पर निकल पड़ते हैं। कोई कार चलाते हुए ही खिडक़ी खोलकर उस पर पांव लगाकर बैठा नजर आ रहा है तो कोई गाड़ी की छत पर बैठकर मस्ती करते नजर आ रहे हैं। स्टंटबाजी के दौरान इन कार में हरियाणवी गीत फुल आवाज में बज रहे हैं। हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा का गीत-जितने भी सै बैठे मेरी गेल्यां गाड्डी मैं, कोई संत महात्मा कोनी ये चंबल के डाकू सैं और आधी रात नै रोड़ां ऊपर टोल तोड़ते हांडै थे गीत बजते सुनाई दे रहे हैं। युवकों द्वारा द्वारका एक्सप्रेस-वे पर गाडिय़ों के साथ स्टंट के वीडियो अपनी इंस्टाग्राम आईडी पर डाले गए और ये सोशल मीडिया पर फैल गए। गुरुग्राम पुलिस तक स्टंटबाजी के ये वीडियो तो पहुंच गए हैं, लेकिन पुलिस इस जांच में जुटी है कि ये वीडियो गुरुग्राम क्षेत्र में हैं या दिल्ली क्षेत्र में। क्योंकि द्वारका एक्सपे्रस-वे तो गुरुग्राम से दिल्ली तक है।

बदमाशी के खुलकर बज रहे गीतों पर कार्रवाई कब होगीसवाल यह भी उठ रहा है कि बदमाशी को बढ़ावा देने वाले जिन गीतों को यूट्यूब से हटाने के लिए सरकार के आदेश हो चुके हैं, उसके बाद भी वे गीत कैसे खुलेआम बजाए जा रहे हैं। बीती 30 मई को हरियाणा एसटीएफ के महानिरीक्षक राजेश कुमार ने गुरुग्राम में हरियाणवी संगीत कलाकारों के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ गीतों के माध्यम से अपराध, हथियार संस्कृति, ड्रग का उपयोग तथा कानून विरोधी मानसिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसलिए हाल ही में कुछ गीतों को यूट्यूब एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफाम्र्स से हटाया गया है। आईजी एसटीएफ ने कलाकारों को स्पष्ट कहा था कि हरियाणा पुलिस रचनात्मक स्वतंत्रता का सम्मान करती है, किंतु इसका दुरुपयोग समाज में अपराध, हिंसा या कानून विरोधी प्रवृत्तियों को प्रोत्साहित करने में नहीं होना चाहिए। आईजी ने यह भी स्पष्ट किया था कि भविष्य में यदि कोई सामग्री गैंगस्टरवाद, हिंसा या हथियार संस्कृति को बढ़ावा देती पाई गई तो संबंधित कलाकार पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सवाल यह उठ रहे हैं कि आखिर बदमाशी को बढ़ावा देने वाले ये गीत कैसे गाडिय़ों में बज रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर