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कठुआ 05 जून (हि.स.)। पर्यावरण की रक्षा के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सरकारी जीएलडीएम डिग्री कॉलेज हीरानगर के पर्यावरण विज्ञान विभाग, इको-क्लब और एनएसएस इकाई ने विश्व पर्यावरण दिवस, 2025 मनाया।
इस कार्यक्रम में लगभग 60 छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस वर्ष का विषय प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना, दुनिया भर में प्रचलित प्लास्टिक के खतरे का अग्रदूत था।
कार्यक्रम की शुरुआत पर्यावरण विज्ञान विभाग की प्रमुख प्रोफेसर नीरू शर्मा द्वारा दिए गए विस्तृत व्याख्यान से हुई। दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा, जागरूकता बढ़ाने और पर्यावरण के लिए प्रेरक कार्रवाई शुरू करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आधिकारिक तौर पर 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में नामित किया है। उन्होंने प्लास्टिक के उपयोग के खतरों, पर्यावरण पर इसके प्रभाव, प्लास्टिक के उपयोग को नियंत्रित करने और रोकने की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया के प्लास्टिक कचरे का 1/5 हिस्सा भारत में पैदा होता है और यह हवा, पानी, मिट्टी को दूषित करता है और वन्यजीवों को नुकसान पहुंचाता है।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्लास्टिक का सबसे खतरनाक रूप माइक्रोप्लास्टिक है, जो अंततः खाद्य श्रृंखला में प्रवेश कर चुका है और मानव शरीर तक पहुँच गया है। उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण को मात देने के लिए तीन आर यानी रीयूज, रिड्यूस और रीसाइकिल की नीति पर जोर दिया। कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज की सम्मानित प्राचार्या डॉ. प्रज्ञा खन्ना के कुशल मार्गदर्शन और देखरेख में किया गया। प्लास्टिक प्रदूषण के ज्वलंत मुद्दे को रेखांकित करते हुए उन्होंने छात्रों को प्लास्टिक के खतरे से निपटने के लिए व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर किए जा रहे विभिन्न प्रयासों से अवगत कराया।
सभा को संबोधित करते हुए प्रोफेसर राकेश शर्मा ने छात्रों को प्लास्टिक प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस हमारे ग्रह को सुरक्षित और पुनर्स्थापित करने के साझा मिशन में दुनिया भर के लाखों लोगों को एक साथ लाता है। कार्यक्रम का समापन शपथ ग्रहण समारोह के साथ हुआ, जिसमें छात्रों और कर्मचारियों ने एकल उपयोग प्लास्टिक से बचने, तीन आर के सिद्धांत कम करो, पुनः उपयोग करो और पुनर्चक्रण करो का पालन करने और प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में दूसरों को जागरूक करने की शपथ ली।
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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया