बर्दवान विश्वविद्यालय में हुए दो करोड़ के गबन की जांच में जुटी ईडी
बर्दवान विश्वविद्यालय में हुए दो करोड़ के गबन की जांच में जुटी ईडी


बर्दवान, 5 जून (हि.स.)।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बर्दवान विश्वविद्यालय से करीब 1 करोड़ 94 लाख रुपये के गबन के मामले की जांच शुरू कर दी है। ईडी ने उस सरकारी बैंक के जोनल मैनेजर को पत्र लिखा है जिसमें विश्वविद्यालय का पैसा जमा था। मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच शुरू की गई है। कुछ दिन पहले ईडी के सहायक निदेशक मुकेश कुमार ने पत्र लिखकर बैंक से जानकारी मांगी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंक अधिकारियों को ईडी कार्यालय में तलब किया गया था। ईडी सूत्रों के मुताबिक, तीन बैंक अधिकारियों से उनके खातों की जानकारी मांगी गई है। अधिकारियों की 2021 से 2024 तक की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मांगी गई है। ईडी ने फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के तहत बैंक में जमा तीन खातों के बारे में भी पूछा है। ईडी ने बर्दवान शहर में सरकारी बैंक की स्टेशन बाजार शाखा के सर्कल हेड और डिप्टी सर्कल हेड के बारे में और विश्वविद्यालय के पैसे की समय सीमा समाप्त होने से पहले निकासी के लिए वरिष्ठों से ली गई मंजूरी के बारे में भी जानकारी मांगी है। ईडी द्वारा विश्वविद्यालय के पैसे गबन मामले की जांच शुरू होने से कर्मचारियों के एक वर्ग को उम्मीद की किरण नजर आ रही है। उनका मानना है कि ईडी की जांच में भ्रष्टाचार की असली जानकारी सामने आएगी।

सूत्रों के अनुसार, 6 फरवरी 2024 को बर्दवान शहर के बड़ाबाजार इलाके में एक सरकारी बैंक की शाखा में एक सावधि जमा योजना में जमा धन को अवधि समाप्त होने से पहले निकालने के लिए एक आवेदन दिया गया था। पत्र में विश्वविद्यालय के बचत खाते के बजाय एक ठेकेदार कंपनी के खाते में पैसा जमा करने को कहा गया था। पत्र को देखने के बाद बैंक अधिकारियों को शक हुआ। बैंक ने विश्वविद्यालय से पत्र के बारे में पूछा। विश्वविद्यालय ने बैंक को बताया कि ऐसा कोई पत्र नहीं दिया गया है। उसके बाद बैंक की ओर से बर्दवान थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। मामला प्रकाश में आने के बाद विश्वविद्यालय अधिकारियों ने विभिन्न बैंकों को पत्र लिखकर जमा की स्थिति के बारे में पूछा। उस समय पता चला कि राज्य के स्वामित्व वाले बैंक की स्टेशन बाजार शाखा से अवधि समाप्त होने से पहले 1 करोड़ 93 लाख 89 हजार 876 रुपये निकाले गए थे। वह पैसा विश्वविद्यालय के खाते में जमा नहीं किया गया था। उसके बाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने बर्दवान थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच करते हुए विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया। सीआईडी ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें यूनिवर्सिटी के वित्त विभाग के वरिष्ठ सहायक भक्त मंडल समेत 10 लोगों के नाम हैं। अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। चार्जशीट में एक सरकारी बैंक के तीन अधिकारियों के भी नाम हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय