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कानपुर, 05 जून (हि.स.)। गंगा दशहरा के अवसर पर गुरुवार को शहर के तमाम गंगा घाटों पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। गंगा स्नान के बाद भक्तों ने बालू की शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा अर्चना की। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर गंगा घाटों के आसपास भारी पुलिस बल के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरों और बैरिकेटिंग भी करी गयी थी।
जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाए जाने वाले गंगा दशहरा पर्व की कई मान्यताएं हैं। जिसमें बताया गया है कि आज के दिन राजा भगीरथ की घोर तपस्या के चलते मां गंगा प्रसन्न हुई और उन्होंने धरती पर अवतार लिया था। तब से लेकर आज तक श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाते आ रहे हैं। इसके साथ ही इस दिन गंगा स्तोत्र का पाठ करने से भी भक्तों की मनोकामना, रुके हुए कार्य पूर्ण होते हैं और घर में सुख समृद्धि आती है।
गंगा स्नान करने के बाद दान करने से घर के कष्ट भी दूर होते हैं। इसी आस्था के साथ शहर के तमाम घाटों नानाराव घाट, अटल घाट, बाबा सिद्धनाथ घाट, बिठूर घाट, सरसैया घाट, मैस्कर घाट, भगवतदास आदि घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का भारी हुजूम दिखाई दिया। घाटाें पर मां गंगा के उद्घोष के साथ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमाया।
गंगा दशहरा काे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था काे लेकर कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की ओर से घाटों के आसपास बांस बल्लियां लगाकर बैरिकेटिंग की गई थी। इसके अलावा जल पुलिस और गोताखोर भी मौजूद रहें। मनचलों और संदिग्धों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों को भी इंस्टॉल किया गया था, जिससे अप्रिय घटना काे राेका जा सके।-----------------
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप