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बलिया, 05 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रान्त के संघ शिक्षा वर्ग (सामान्य) और घोष शिक्षा वर्ग का भव्य प्रकट समारोह गुरुवार को चितबड़ागांव स्थित जमुना राम मेमोरियल स्कूल के प्रांगण में आयोजित किया गया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने युद्धकला समेत कई विद्याओं का अद्भुत प्रदर्शन किया।
संघ शिक्षा वर्ग के प्रकट समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए श्री हथियाराम मठ जखनिया गाजीपुर के पीठाधीश्वर भवानीनंदन यति महाराज ने कहा कि आरएसएस विश्व बंधुत्व के भाव से कार्य करता है। आज का समाज आधुनिकता की आग में जलकर भस्म हो रहा है। इसलिए सबको एक साथ बैठकर और मिलजुल कर कार्य करना चाहिए। संघ रामराष्ट्र की कामना के साथ कार्य करता है। उन्होंने आह्वान किया कि हर हिन्दू को अपने-अपने घर का एक बच्चा आरएसएस को देना चाहिए। तभी भारत विश्व गुरू बनेगा। भारत राष्ट्र का उन्नयन संघ के हाथ में है।
वहीं, मुख्य वक्ता आरएसएस के अखिल भारतीय व्यवस्था प्रमुख मंगेश पेंडे ने कहा कि आरएसएस के विकास में प्रशिक्षण वर्ग का बहुत बड़ा योगदान है। आगामी विजयादशमी को संघ सौ वर्ष पूरे करने जा रहा है। सौ वर्ष पहले संघ की नींव देश की सेवा के लिए की गई थी। उन्होंने अपने उद्बोधन में आरएसएस की विकास यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि यह संगठन अचानक खड़ा नहीं हुआ। स्थापना से कई वर्ष पहले से इसका विचार डा. केशव राम हेडगेवार जी जैसे देशभक्त लोगों के मन में आ गया था। कहा कि आरएसएस का कार्य किसी की कृपा से नहीं चला है। यह स्वयंसेवकों के बलिदान से आगे बढ़ा है। हेडगेवार जी ने हिन्दू के उत्थान के लिए और हिंदुत्व के विचार को समाज में स्थापित करने के लिए संघ को दिशा दी। संघ का लक्ष्य दुनिया में भारत को एक महाशक्ति बनाना है। हम चाहते हैं कि निर्भय हिन्दू समाज बने। इस अवसर पर निर्मल प्रसाद यादव, रामसिंगार, रामप्रताप सिंह व प्रान्त प्रचारक रमेश आदि की उपस्थिति रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / नीतू तिवारी