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ब्रासीलिया, 5 जून (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत ऐसी निष्पक्ष और विधिसम्मत वैश्विक व्यापार प्रणाली का समर्थन करता है जो ग्लोबल साउथ की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को पर्याप्त रूप से मुखरित करती हो।
लोकसभा अध्यक्ष ने ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में ब्रिक्स संसदीय मंच की बैठक में ‘आर्थिक विकास के लिए नए रास्तों की तलाश में ब्रिक्स देशों की संसदों की कार्रवाई’ विषय पर आयोजित कार्य सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार, निवेश और वित्तीय सहयोग को बढ़ाना चाहिए। हम ब्रिक्स ग्रुप के विस्तार का स्वागत करते हैं। इससे हमारा परस्पर सहयोग और अधिक समावेशी और प्रभावशाली होगा।
बिरला ने कहा कि पिछले दशक में भारत की आर्थिक प्रगति उल्लेखनीय रही है। विश्वव्यापी अनिश्चितताओं और घरेलू चुनौतियों के बावजूद, भारत ने लगातार वैश्विक औसत विकास से बेहतर कार्यप्रदर्शन किया है। वर्ष 2014 में 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से प्रगति करते हुए आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना भारत की ठोस नीतियों और भारतवासियों के दृढ़ संकल्प का प्रमाण है।
बिरला ने कहा कि 65 प्रतिशत से अधिक भारतीय 35 वर्ष से कम आयु के हैं। ये युवा विनिर्माण, डिजिटल प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा, हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में भारत को आगे बढ़ा रहे हैं । इससे हम न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा कर रहे हैं, बल्कि दुनिया को कुशल मानव संसाधन भी उपलब्ध करा रहे हैं। यह भारत की ताकत है, हमारी जिम्मेदारी है और हमारा योगदान भी है।
बिरला ने इस बात का उल्लेख भी किया कि इंडस्ट्री 4.0 के युग में, प्रौद्योगिकी समावेशी और सतत विकास के लिए एक सशक्त माध्यम हो सकती है। डिजिटल इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी पहलें इस दिशा में सफल मॉडल हैं। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई), जैम ट्रिनिटी और ई-नाम जैसे प्लेटफॉर्म से देशवासियों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं और ये पहलें ब्रिक्स के लिए प्रेरणादायक मॉडल हैं।
बिरला ने अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में विकासशील देशों के अपर्याप्त प्रतिनिधित्व पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह असंतुलन वैश्विक समानता और संतुलित विकास में बाधा उत्पन्न करता है। ब्रिक्स देशों को चाहिए कि वे सामूहिक रूप से ऐसी संस्थाओं में ग्लोबल साउथ की भागीदारी बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास करें।
ब्रिक्स संसदीय मंच की बैठक के उद्घाटन के दिन लोकसभा अध्यक्ष ने ब्राजील की फेडरल सीनेट के प्रेसिडेंट सेन डेवी अल्कोलंबरे के साथ द्विपक्षीय बैठक की। उन्होंने कहा कि दोनों देश वैश्विक मंच पर भागीदार रहे हैं। हमारे द्विपक्षीय संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, शांति, सहयोग, सतत विकास और समान उद्देश्यों पर आधारित हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में जम्मू-कश्मीर में हाल ही में आतंकवादी हमला हुआ जिसमें 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस घटना ने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। पाकिस्तान अपने क्षेत्र से संचालित आतंकवादी ढांचे के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में विफल रहा है। भारत ने भविष्य में इस तरह के हमलों को रोकने और अपनी रक्षा करने के लिए जवाबी कार्यवाही करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया।
ब्रिक्स संसदीय मंच की बैठक के अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने ब्राजील के चैंबर ऑफ डेप्युटीज के प्रेसिडेंट ह्यूगो मोट्टा के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की। बिरला ने कहा कि भारत और ब्राजील साझेदार हैं। दोनों देशों के बीच समय-समय पर होने वाले उच्च स्तरीय संवादों से हमारे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत हुए हैं। रक्षा, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, ऊर्जा और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा