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पानीपत, 5 जून (हि.स.)। हरियाणा के मिड-डे-मील कर्मचारियाें ने अपनी मांगो को लेकर गुरुवार को हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। मंत्री की गैर मौजूदगी में उनके ओएसडी गुलाब पांचाल को अपना ज्ञापन सौंपा। गुरुवार को प्रदेश भर से हजारों मिड-डे-मील कूक स्थानीय देवीलाल पार्क में इकट्ठी हुई। वहां से एक विशाल जुलूस की शक्ल में अपनी मांगों के नारे लगाते हुए शिक्षा मंत्री के आवास की तरफ निकले। उनकी मांग थी कि मिड-डे-मील कर्मियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष राजबाला पालुवास ने बताया कि यह 7,000 रुपये मासिक मानदेय भी उन्हें कई कई महीनों तक नहीं मिलता। हमारी मांग है कि सरकार हमें पूरे 12 महीने का मानदेय श्रमिक के लिए लागू न्यूनतम वेतन के समान हर महीने की 7 तारीख तक नियमित रूप से भुगतान करे। मिड डे मील कर्मियों को सरकार द्वारा साल में दो ड्रेस के महज 800 रुपए दिए जाते हैं। इतने में तो सिलाई के भी पूरे नहीं होते। दो ड्रेस के लिए कम से कम 3,000 रुपए सालाना दिए जाएं। रिटायरमेंट की उम्र 65 साल की जाए और रिटायर होने पर एकमुश्त 5 लाख रुपए की सहायता दी जाए। निःशुल्क चिकित्सा व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाए। यूनियन की महासचिव कुसुम पांचाल जो पूरे प्रदेश की कुकों की आवाज बन रही थी, उसे बिना कोई कारण बताए नौकरी से हटा दिया गया। हम मांग करती हैं कि कुसुम पांचाल को तुरंत प्रभाव से कुक की नौकरी पर बहाल किया जाए।
मिड-डे-मील कार्यकर्ता यूनियन के आज के इस विशाल प्रदर्शन का नेतृत्व यूनियन की प्रदेश प्रधान राजबाला पालुवास ने किया इस रैली में पूरे हरियाणा के सोनीपत, पानीपत, हिसार, भिवानी, दादरी, रोहतक, रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, झज्जर, नूंह, गुड़गांव, कैथल, करनाल आदि विभिन्न जिलों से मिड-डे-मील कर्मियों ने भाग लिया
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा