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नई दिल्ली/रायपुर, 5 जून (हि.स.)। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने आज गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित ‘अफोर्डेबल हाउसिंग कॉन्फ्रेंस एंड अवार्ड्स - 2025’ के तीसरे संस्करण में मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता की।
इस अवसर पर उन्होंने किफायती आवास क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे संस्थानों, निजी डेवलपर्स, वित्तीय संस्थानों और अन्य हितधारकों को सम्मानित किया और उनके योगदान की सराहना की।
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि, इस आयोजन का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ‘हाउसिंग फॉर ऑल’ के विजन को साकार करने की दिशा में काम कर रहे संस्थानों को प्रोत्साहित करना रहा। आयोजित इस सम्मेलन को क्रेडाई, नरेडको और बीएमटीपीसी जैसे अग्रणी संगठनों का समर्थन प्राप्त था।
तोखन साहू ने कहा कि, यह सम्मेलन केवल विचारों का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि उस दिशा का निर्धारण है, जिसमें भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनेगा जहां हर नागरिक को गरिमा और सुरक्षा के साथ रहने के लिए एक छत मिलेगी। उन्होंने बताया कि, PMAY-U के पहले चरण के अंतर्गत 1.18 करोड़ से अधिक घरों को स्वीकृति दी गई है, जिनमें से 85 लाख से अधिक घर पूर्ण होकर लाभार्थियों को सौंपे जा चुके हैं। वहीं PMAY 2.0 के तहत 5 लाख आवासों को मंजूरी दी जा चुकी है।
शहरी क्षेत्रों में यह योजना चार प्रमुख घटकों के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है: 1.स्वयं की भूमि पर निर्माण, 2.सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से किफायती आवास, 3.किराये के लिए किफायती आवास, 4.ऋण ब्याज सहायता योजना
सम्मेलन के समापन पर साहू ने सभी हितधारकों से आग्रह किया कि, वे सस्टेनेबल हाउसिंग, हरित निर्माण तकनीकों और पर्यावरण-अनुकूल दृष्टिकोण पर गंभीरता से विचार करें। “जब भारत 2047 में विकसित राष्ट्र के रूप में खड़ा होगा, तो हम गर्व से कह सकें, हमने न केवल इमारतें बनाईं, बल्कि सपनों को छत दी।”
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हिन्दुस्थान समाचार / गायत्री प्रसाद धीवर