राहुल गांधी ने हरियाणा कांग्रेस नेताओं को गुटबाजी छोड़कर संगठन पर फोकस करने की दी नसीहत
कांग्रेस नेता राहुल गांधी चंडीगढ़ में बैठक लेते हुए


चंडीगढ़, 4 जून (हि.स.)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को चंडीगढ़ में हरियाणा के कांग्रेस नेताओं को एकता का पाठ पढ़ाते हुए आपसी गुटबाजी को छोड़कर संगठन पर फोकस करने के निर्देश दिये। आज यहां पार्टी मुख्यालय पर प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की बैठक से राहुल ने ‘संगठन सृजन’ कार्यक्रम की शुरुआत की। बैठक में गुटबाजी और आपसी खींचतान को लेकर वरिष्ठ नेताओं को नसीहत देने के बाद राहुल गांधी ने केन्द्रीय व प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की।

इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद व सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल भी मौजूद रहे। बैठक में पर्यवेक्षकों को जिलों में दौरों के दौरान स्थानीय नेताओं व पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं से ही बात करने

और किसी भी नेता के घर जाने, उनके साथ खाना खाने या अन्य किसी भी तरह की करीबी बढ़ाने से परहेज करने को कहा गया है। बैठक में कहा गया कि अगर किसी भी पर्यवेक्षक के खिलाफ ग्राउंड से शिकायत आई तो उसे तुरंत बदल दिया जाएगा।

बताया गया कि केन्द्रीय पर्यवेक्षकों को ‘संगठन सृजन कार्यक्रम’ के तहत जिलावार ड्यूटी सौंप दी गई है। सभी 22 जिलों में एक-एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। बड़ी बात यह है कि हरियाणा मामलों के सह-प्रभारी जितेन्द्र बघेल को 12 और प्रफूल्ला गुड़दे को 10 जिले अलॉट किए हैं। 10 जून से केन्द्रीय पर्यवेक्षक जिलों में प्रवास का कार्यक्रम शुरू कर देंगे। केन्द्रीय पर्यवेक्षक दो चरणों में जिलाध्यक्ष के पैनल बनाने की प्रक्रिया को पूरा करेंगे। इस दौरान ये दोनों ही जिलाध्यक्षों- ग्रामीण व शहरी के लिए छह-छह के नाम के पैनल बनाएंगे। 10 जून से शुरू होने वाला दौरा तीन से चार दिन का हो सकता है। इस दौरान जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल नेताओं से आवेदन लिए आएंगे। इसके बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक आवेदनों की छंटनी करेंगे और दूसरे चरण में फिर से फील्ड में उतरेंगे। दूसरे चरण में आवेदन करने वाले नेताओं से भी वन-टू-वन बातचीत होगी और उनके नामों को लेकर पार्टी के स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं से भी विचार-विमर्श किया जाएगा। पूरा फीडबैक लेने के बाद वे छह-छह नामों के पैनल तैयार करके हाईकमान को सौंपेंगे।

बैठक के बाद हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पहले राज्यों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और विधायक दल के नेता मिलकर संगठन बना लिया करते थे। अब कांग्रेस वर्किंग कमेटी और पार्टी के अधिवेशन में लिए गए फैसले के तहत केन्द्रीय पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर संगठन बनेगा। हरिप्रसाद ने कहा कि 30 जून तक सभी जिलों के पैनल बनकर आ जाएंगे। इसके बाद 15 जुलाई तक जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा के संकेत हरिप्रसाद ने दिए। केंद्रीय पर्यवेक्षक स्थानीय नेताओं व वर्करों के अलावा सेवादल, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों से भी चर्चा करेंगे।

बैठक में पार्टी ने जिलाध्यक्ष पद के लिए तीन-तीन नाम के पैनल बनाने का निर्णय लिया था।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठकों में विचार-विमर्श के बाद यह तय हुआ है कि अब हरियाणा के पैनलों में छह-छह नेताओं के नाम शामिल होंगे। बीके हरिप्रसाद ने बताया कि कांग्रेस राजनीति में महिलाओं को 50 प्रतिशत भागीदारी की पक्षधर है। इसलिए संगठन गठन में कोशिश होगी कि अधिक से अधिक महिलाओं का एडजस्ट किया जाए। जिलाध्यक्ष पदों पर अगर महिलाएं नहीं आ पाती तो पदाधिकारियों में उन्हें तवज्जो दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के संगठन सृजन कार्यक्रम से कार्यकर्ताओं में उत्साह है। अब जल्द संगठन का गठन होगा और पार्टी पूरी मजबूती के साथ खड़ी होगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा