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संत कबीर कुटीर में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के 200 उद्यमियों ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात
मुख्यमंत्री ने ‘हरियाणा : उत्तरी भारत के औद्योगिक परिवर्तन का प्रवेश द्वार’ का किया विमोचन
चंडीगढ़, 4 जून (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पीएचडीसीसीआई की नीति सलाहकार भूमिका की प्रशंसा करते कहा कि राज्य सरकार एआई, ग्रीन हाइड्रोजन और उन्नत विनिर्माण जैसे क्षेत्रों को भविष्य के विकास के प्रमुख आधार मानती है।
मुख्यमंत्री सैनी मंगलवार की रात चंडीगढ़ स्थित संत कबीर कुटीर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 200 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पीएचडीसीसीआई की तैयार दस्तावेज ‘हरियाणा : उत्तरी भारत के औद्योगिक परिवर्तन का प्रवेश द्वार’ का विमोचन किया। इस दस्तावेज़ में हरियाणा की रणनीतिक स्थिति, नीति सुधार, प्रमुख सेक्टरों में अवसर और औद्योगिक विकास की व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष हेमंत जैन ने बैठक के दौरान मुख्यमंत्री की बिना पर्ची, बिना खर्ची जैसी पारदर्शी और जनहितैषी पहलों की सराहना की। जैन ने विजन 2047 का उल्लेख करते हुए राज्य को एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने और 50 लाख रोजगार सृजित करने के रोडमैप को साझा किया। उन्होंने ‘इन्वेस्ट हरियाणा’ कार्यक्रम के लिए पीएचडीसीसीआई को संस्थागत साझेदार बनाने का प्रस्ताव भी रखा। पंजाब स्टेट चैप्टर के चेयरमैन करण गिलहोत्रा ने स्वागत भाषण में चैंबर की 120 वर्ष पुरानी विरासत, देशभर में इसके योगदान और औद्योगिक विकास में सक्रिय भूमिका का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा सरकार के चलाए जा रहे सिंगल विंडो सिस्टम, औद्योगिक पॉलिसी पर उद्यमियों से चर्चा करते हुए ओपन डोर गवर्नेंस की नीति के तहत पारदर्शिता, जवाबदेही और नागरिक-केंद्रित प्रशासन की पुन: प्रतिबद्धता जताई। हरियाणा चैप्टर के चेयरमैन साजन कुमार जैन ने धन्यवाद ज्ञापन में एमएसएमई क्षेत्र के लिए राज्य सरकार के किए गए प्रयासों की सराहना की और हरियाणा को औद्योगिक नवाचार और समावेशी विकास का केन्द्र बनाने में सहयोग का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम का संचालन पीएचडीसीसीआई के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल नवीन सेठ ने किया। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष डॉ.अशोक खन्ना और संजय भाटिया, प्रबंध समिति सदस्य और पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ के चेयर, को-चेयर व अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस बैठक में निवेश बढ़ाने, नीतिगत समन्वय को मजबूत करने, और हरियाणा को उत्तर भारत का प्रमुख औद्योगिक गंतव्य बनाने हेतु ‘इन्वेस्ट हरियाणा’ पहल की दिशा में महत्वपूर्ण चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने इस सहयोग को रणनीतिक निवेश को बढ़ावा देने और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण बताया। पीएचडीसीसीआई ने सरकार के साथ मिलकर ‘इन्वेस्ट हरियाणा’ को सफल बनाने, वैश्विक भागीदारी बढ़ाने और सतत औद्योगिक विकास सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा