गांव-ढाणी से शहरों तक आयोजित होंगी जल संरक्षण गतिविधियां
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा


जयपुर, 4 जून (हि.स.)। विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारणवश राजस्थान के कई क्षेत्रों में जल की कमी की समस्या बनी रहती है। भूजल स्तर के तेजी से घटने के साथ ही जलवायु परिवर्तन ने इस समस्या को और जटिल बना दिया है। इस पानी की कमी को दूर करने के लिए जल संरक्षण अतिआवश्यक है। इसके लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेशभर में वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान की महत्वपूर्ण पहल की है।

विश्व पर्यावरण दिवस एवं गंगा दशहरा (5 जून) के शुभ संयोग पर शुरू होने जा रहे इस अभियान के अंतर्गत 20 जून तक विभिन्न विभागों द्वारा प्रदेशभर में जल संरक्षण के व्यापक कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। इन कार्यों के माध्यम से आमजन को जल संरक्षण की महत्ता के प्रति जागरूक किया जाएगा, जिससे यह अभियान जन आंदोलन बन सकेगा। इस अभियान के सफल संचालन के लिए प्रदेश के 41 जिलों में मंत्रिगणों को नियोजित किया गया है। अभियान के पहले दिन पांच जून को प्रदेशभर में विभिन्न विभागों द्वारा नर्सरियों में विशेष स्वच्छता कार्यक्रम, तुलसी पौध वितरण, प्लास्टिक का उपयोग कम करने की शपथ, श्रमदान, जल स्रोतों की साफ-सफाई व मरम्मत, वंदे गंगा कलश यात्रा, नदी-बांध-सरोवर का पूजन एवं हरियालो राजस्थान के अंतर्गत पौधरोपण की तैयारी के साथ-साथ कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत कार्यों का अवलोकन एवं स्वीकृति जैसे प्रमुख कार्य किए जाएंगे।

विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा के अवसर पर मुख्यमंत्री शर्मा जयपुर के जमवारामगढ़ पर वृक्षारोपण करेंगे। वहीं मोरी के निकट, रामगढ़ बांध पर श्रमदान करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करेंगे।

इसके बाद मुख्यमंत्री बूंदी के लिए रवाना होंगे जहां वे केशोरायपाटन में मुख्यमंत्री ‘वंदे गंगा’ जल पूजन, चुनरी महोत्सव एवं कलश पूजन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और समारोह में जल स्वावलंबन अभियान 2.1 के अंतर्गत बूंदी जिले के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। वे यहां केशवराय भगवान मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगे। शर्मा शाम को भरतपुर पहुंचेंगे जहां वे गंगा मदिर में विशेष पूजा और सुजानगंगा में दीपदान भी करेंगे।

निर्जला एकादशी (छह जून) के दिन रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड आदि सार्वजनिक स्थानों पर वंदे गंगा जल सेवा, जल परीक्षण अभियान, जल संरक्षण संरचनाओं की गाद निकालना एवं पशुओं-पक्षियों के लिए साफ पीने के पानी की व्यवस्था के संबंध में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। सात जून को अभियान पर संगोष्ठियां तथा आठ जून को ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत एवं शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर वंदे गंगा प्रभात फेरी और जागरूकता अभियान रैली आयोजित की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार नाै जून को 11 साल पूरे कर रही है। इस दिन वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के अंतर्गत राज्य सरकार नवीन अमृत सरोवर का शुभारंभ करेगी। साथ ही, नए जल संग्रहण और जल संरक्षण संरचनाओं के कार्यों के शुभारंभ, गांवों के सभी जल स्रोतों की मैपिंग व साफ-सफाई तथा गांवों के मुख्य मार्गों, चौराहों और सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई आदि पर्यावरण सरंक्षण के कार्य भी किए जाएंगे।

अभियान के तहत 10 से 15 जून के बीच मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.1 के अंतर्गत पूर्ण कार्यों का अवलोकन, मुख्यमंत्री जन स्वावलंबन अभियान 2.2 के अंतर्गत कार्यों की स्वीकृति और प्रारंभ करना तथा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई परियोजना 2.0 के अंतर्गत नई परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा। इसी प्रकार 575 जल संरक्षण संरचनाओं का अवलोकन और मनरेगा के तहत विभिन्न कार्य प्रारंभ किए जाएंगे। साथ ही, इन दिवसों में किसान चौपाल, डिग्गियों की साफ-सफाई, जल स्रोतों पर दीप प्रज्ज्वलन, प्लास्टिक कचरे का चिन्हित स्थलों पर निष्पादन और अमृत 2.0 के अंतर्गत कार्यादेश जारी करने के कार्य भी प्रस्तावित हैं।

कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यों का लोकार्पण

इस दौरान जल उपभोक्ता समूहों के कार्यक्रम, कैच द रैन कार्यक्रम और पेयजल स्रोत जैसे ग्राउंड लेवल रिजर्वायर और ऑवर हैड रिजर्वायर की साफ-सफाई की जाएगी।

अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यों का लोकार्पण एवं स्वीकृति, जल उपयोग अंकेषण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता पर निबंध लेखन एवं नुक्कड नाटक आदि गतिविधियों का भी आयोजन भी किया जाएगा। 16 से 19 जून तक अभियान के अंतर्गत चारागाहों का चिन्हिकरण और पौधरोपण की तैयारी, राजीविका के ग्राम संगठन एवं सीएलएफ कार्यालयों में स्वच्छता अभियान के साथ ही मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत चयनित ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर रात्रि चौपाल आयोजित कर जल संग्रहण एवं संरक्षण पर चर्चा की जाएगी।। साथ ही स्प्रिंकलर, ड्रिप, फार्म पॉण्ड, पाइपलाइन की स्वीकृति, अमृत 2.0 के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा साफ-सफाई कार्यक्रम एवं शहरी रोजगार योजना के अंतर्गत पौधरोपण की अग्रिम तैयारी आदि कार्य किए जाएंगे। 20 जून को अभियान के समापन पर वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के क्रियान्वयन में सहयोग करने वाले भामाशाह एवं संस्थाओं का सम्मान सहित विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तावित किए गए हैं।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित