बर्दवान में गिरफ्तार बांग्लादेशी का सनसनीखेज दावा, पैसे के बदले सीपीएम नेता ने बनवाए पहचान पत्र
बर्दवान में गिरफ्तार बांग्लादेशी का सनसनीखेज दावा, पैसे के बदले सीपीएम नेता ने बनवाए पहचान पत्र


बर्दवान, 4 जून (हि.स.)।

घुसपैठ को लेकर तृणमूल सरकार पर निशाना साधती रही माकपा अब खुद इस मामले में घिरती नजर आ रही है। गत मंगलवार को बर्दवान से गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शफीकुल सरदार ने बुधवार को अदालत ले जाए जाने के दौरान कैमरे के सामने दावा किया कि उसने माकपा नेताओं को पैसे देकर फर्जी दस्तावेज बनवाए थे। उसने बताया कि वह 2001 में बर्दवान आया था। 2008 में एक माकपा नेता ने उसका राशन कार्ड बनवाया था। बाद में उसने पैन कार्ड बनवाने में भी मदद की। पैन कार्ड दिखाकर उसने ड्राइविंग लाइसेंस बनवा लिया।

बुधवार को पुलिस सूत्रों ने बताया कि 38 वर्षीय युवक 24 साल से अवैध रूप से बर्दवान में रह रहा है। पहले वह एक होटल में काम करता था। बाद में वह ट्रक चलाने लगा। बर्दवान से वह ट्रक लेकर विभिन्न राज्यों में जाता था पूछताछ में गिरफ्तार व्यक्ति ने बताया कि वह दलालों के माध्यम से इस देश में आया था। वह कई बार बांग्लादेश भी जाता है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्क बनर्जी ने बताया कि गिरफ्तार युवक कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सका। उसने स्वीकार किया है कि वह बांग्लादेश का निवासी है। पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि पुलिस ने राज्य में अवैध घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। अगर कोई संदिग्ध रूप से इलाके में रह रहा है, तो वह पुलिस की जांच के दायरे में आ जाता है।

इससे पहले पूर्व बर्दवान जिला पुलिस ने कुछ बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से कई वामपंथी शासन के दौरान इस देश में आए थे। उन्होंने उस समय माकपा नेताओं की मदद से कानूनी दस्तावेज बनवाए थे। आरोप है कि तृणमूल के दौर में भी कई लोग अवैध तरीके से राज्य में आए थे। हालांकि बर्दवान से गिरफ्तार युवक ने साफ कर दिया है कि माकपा नेताओं द्वारा लगाए गए एकतरफा आरोप सच नहीं हैं।

माकपा जिला कमेटी सदस्य हराधन घोष ने कहा कि पुलिस को अवैध तरीके से राज्य में आए लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें ऐसा करने के लिए कौन उकसा रहा है, इसकी भी जांच करनी चाहिए। लेकिन, जो लोग कई सालों से यहां रह रहे हैं, उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए। तृणमूल नेता देबू टुडू ने कहा कि सीपीएम के शासनकाल में घुसपैठिए राज्य में आए थे। अब वे दूसरी अफवाहें फैला रहे हैं। उनके नेताओं ने पैसे लेकर घुसपैठियों के वोटर कार्ड बनवाए हैं। पुलिस उन पर नजर रख रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय