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जम्मू, 4 जून (हि.स.)। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सुचेतगढ़ के डीडीसी तरनजीत सिंह टोनी ने कहा कि रेल संपर्क जैसी बुनियादी ढांचागत परियोजनाएं स्वागत योग्य हैं लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोगों को वास्तव में राज्य का दर्जा और लोकतांत्रिक शासन बहाल करने की जरूरत है। यहां जारी एक प्रेस बयान में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को राजनीतिक अधिकारों से वंचित किए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा जम्मू-कश्मीर के लोगों ने एक बार फिर शांतिपूर्ण और सम्मानजनक तरीके से चुनावों में भाग लेकर लोकतंत्र में अपनी अटूट आस्था दिखाई है। हालांकि वे अभी भी ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, क्योंकि लंबे समय तक केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा रहने के कारण उनके निर्वाचित प्रतिनिधियों को वास्तविक शक्ति वापस नहीं मिली है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मौजूदा दोहरी शक्ति प्रणाली, जहां नौकरशाह निर्वाचित प्रतिनिधियों पर हावी होते हैं, जनता के मुद्दों को हल करने के बजाय भ्रम पैदा कर रही है। टोनी ने कहा, आज भी जम्मू-कश्मीर में नौकरशाह जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुन रहे हैं। यह असंतुलन जमीनी स्तर पर शासन को बाधित कर रहा है और लोकतंत्र की मूल भावना को कमजोर कर रहा है। लाल किले से जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के वादे को पूरा करने में देरी के लिए प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए टोनी ने कहा वादा पूरा करने में देरी करना इनकार से कम नहीं है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने बहुत इंतजार किया है। अब बहुत देर हो चुकी है। अब और देरी नहीं होनी चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा