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भोपाल, 4 जून (हि.स.)। आरडीएसएस अंतर्गत इंदौर जिले में तैयार 10वां बिजली ग्रिड बुधवार को प्रोटोकॉल के साथ ऊर्जीकृत किया गया। 33/11 केवी का यह ग्रिड देपालपुर क्षेत्र के लिम्बोदा गारी में 2.94 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। इससे हजारों उपभोक्ताओं को पहले की तुलना में ज्यादा गुणवत्ता से बिजली मिलेगी, वोल्टेज उतार चढ़ाव संबंधी परेशानी नहीं होगी।
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि आरडीएसएस अंतर्गत देश का पहला ग्रिड इंदौर के अरविंदो अस्पताल के पास ईमलीखेड़ा में तैयार हुआ था। इसके अलावा इंदौर शहर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पास, देवास नाका, रसोमा, बिलावली तालाब के पास, पंचकुईया के पास , बड़ियाकिमा बिचौली के पास, राजोदा, गंगाडेम कम्पेल में आरडीएएस अंतर्गत 33/11 केवी के 5-5 एमवीए क्षमता के ग्रिड तैयार हुए हैं। इस तरह आरडीएसएस से बने इन ग्रिडों से इंदौर जिले की बिजली वितरण क्षमता में 50 एमवीए की बढ़ोत्तरी हुई है।
प्रबंध निदेशक सिंह ने बताया कि कंपनी क्षेत्र में आरडीएसए से 71 ग्रिड तैयार हो चुके हैं। इनमें से सबसे ज्यादा ग्रिड इंदौर और उज्जैन जिले में 10, 10 बने हैं। शाजापुर जिले में 8, खंडवा में 7, रतलाम में 6 खरगोन, बुरहानपुर, देवास जिले में 5-5 ग्रिड बने हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर