भारत ने डब्ल्यूटीओ से गैर-टैरिफ बाधाओं पर कार्रवाई करने का आग्रह किया
डब्ल्यूटीओ की बैठक को संबोधित करते हुए वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल


डब्ल्यूटीओ की बैठक को संबोधित करते हुए वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल


डब्ल्यूटीओ की बैठक को संबोधित करते हुए वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल


- गोयल ने डब्ल्यूटीओ के व्यापार मंत्रियों के साथ बहुपक्षीय व्यापार चिंताओं पर चर्चा की

पेरिस, 04 जून (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि भारत ने गैर-टैरिफ बाधाओं पर अंकुश लगाने, गैर-बाजार अर्थव्यवस्थाओं के कारण होने वाली व्यापार विकृतियों को दूर करने तथा विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में एक मजबूत विवाद निपटान तंत्र को बहाल करने के लिए कार्रवाई का आह्वान किया है।

केंद्रीय वाणिज्‍य मंत्री ने फ्रांस के पेरिस में आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) की मंत्रिस्तरीय परिषद की बैठक में विश्व व्यापार संगठन के व्यापार मंत्रियों के साथ चर्चा के दौरान यह बात कही। गोयल ने विश्व व्यापार संगठन के व्यापार मंत्रियों के साथ बहुपक्षीय व्यापार सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। गोयल ने डब्ल्यूटीओ में वर्तमान सर्वसम्मति-आधारित दृष्टिकोण को मजबूत करने, कम विकसित देशों और विकासशील देशों को दिए जाने वाले विशेष और विभेदकारी व्यवहार तथा उन मुद्दों पर पुनः ध्यान केंद्रित करने की वकालत की, जिन्हें पिछली मंत्रिस्तरीय बैठकों में पहले ही अंतिम रूप दिया जा चुका है और अधिदेशित किया जा चुका है।

केंद्रीय मंत्री ने यह टिप्पणी ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, फ्रांस और नाइजीरिया सहित विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देशों के लगभग 25 मंत्रियों की बैठक में की। बैठक में विश्व व्यापार संगठन की महानिदेशक नगोजी ओकोन्जो-इवेला ने भी भाग लिया। बैठक में डब्ल्यूटीओ और बहुपक्षीय व्यापार से संबंधित कई मुद्दों पर बहुत अच्छी चर्चा हुई। इससे पहले ब्राजील के विदेश मंत्री मौरो विएरा के साथ एक सार्थक बैठक हुई। भारत-ब्राजील आर्थिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाने और प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया गया।

केंद्रीय वाणिज्‍य मंत्री ने इसके अलावा पेरिस में इजरायल के अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री के साथ बैठक की। पीयूष गोयल ने इस मुलाकात के बारे में लिखा है निर बरकत के साथ शानदार बैठक हुई। हमारी चर्चा हमारे व्यापार क्षेत्र में विविधता लाने, नवाचार को बढ़ावा देने और उच्च तकनीक तथा उभरते क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर केंद्रित रही, जिससे हमारी साझेदारी के अगले चरण का मार्ग प्रशस्त हुआ।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर