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जयपुर, 4 जून (हि.स.)। उदयपुर में वर्ष 2022 में हुए चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा और केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भाजपा ने इस जघन्य घटना पर राजनीति तो बहुत की, लेकिन पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए।
गहलोत ने लिखा कि घटना के तुरंत बाद यह केस एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को सौंप दिया गया, जो केंद्र सरकार के अधीन है। लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक दोषियों को सजा नहीं मिल सकी है।
उन्होंने बताया कि एनआईए कोर्ट जयपुर में यह मामला विचाराधीन है, लेकिन सुनवाई की प्रक्रिया काफी धीमी है। अदालत का एडिशनल चार्ज संभाल रहे जज के तबादले के बाद पिछले छह महीनों से कोई तारीख तय नहीं हुई है। वहीं तीन मुख्य गवाहों के बयान भी अभी तक नहीं हुए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गिरफ्तार आरोपितों में से दो को जमानत मिल चुकी है, जो एक गंभीर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि यह केस एनआईए को नहीं देकर राजस्थान पुलिस के पास ही रहने दिया जाता, तो हमारी सरकार के कार्यकाल में ही दोषियों को सजा मिल चुकी होती।
गहलोत ने कहा कि तत्कालीन राजस्थान सरकार ने केवल चार घंटे में आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था और कन्हैयालाल के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा व दोनों पुत्रों को सरकारी नौकरी दी गई। फिर भी भाजपा ने जनता में भ्रम फैलाया कि केवल पांच लाख रुपये मुआवजा मिला और पांच लाख बनाम पचास लाख की राजनीति की।
उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि केस को फास्ट ट्रैक किया जाए और पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय दिलाया जाए।
इस महीने इस हत्याकांड को तीन वर्ष पूरे हो रहे हैं, लेकिन अब तक न्याय न मिलना भाजपा की प्राथमिकताओं पर सवाल खड़ा करता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित