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गुवाहाटी, 4 जून (हि.स.)। डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति और बाल्मीकि संगीत विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में गुवाहाटी के भरलुमुख स्थित आलोक भवन के मधुकर लिमये प्रेक्षागृह में सफाई कर्मियों के मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया।
बुधवार को इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के असम प्रांत के प्रांत प्रचारक बशिष्ठ बुजरबरुवा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, हम चाहे कितने भी सफल क्यों न हो जाएं, हमें अपने समाज को कभी नहीं भूलना चाहिए। जब हम समाज को भूलते हैं, तो खुद को भी खोने लगते हैं। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, हमें पढ़-लिखकर डॉक्टर, इंजीनियर या व्यापारी तो बनना ही चाहिए, लेकिन साथ ही हमें अपने समाज को सुधारने, उसे स्वावलंबी बनाने और सभी को साथ लेकर चलने का काम भी करना होगा।
बुजरबरुवा ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को उद्धृत करते हुए कहा कि अंबेडकर एक महान विद्वान थे, जिन्होंने हिंदू समाज को संगठित करने के लिए सतत प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन या शास्त्रों में कहीं भी अस्पृश्यता या भेदभाव का उल्लेख नहीं है, यह समाज के कुछ लोगों की बनाई हुई बातें हैं। डॉ. अंबेडकर ने जीवन भर हिंदू समाज की एकता के लिए काम किया और कभी भी किसी लोभ में आकर धर्म परिवर्तन नहीं किया।कहा कि अंबेडकर ने कम्युनिज्म का विरोध करते हुए स्पष्ट कहा था कि जब तक मैं जीवित हूं, तब तक अनुसूचित जाति के किसी भी व्यक्ति को कम्युनिज्म के प्रभाव में नहीं आने दूंगा। क्षेत्र प्रचारक ने कहा कि हमें अंबेडकर की सोच को अपनाना चाहिए और भारत माता को विश्वगुरु बनाने के लिए कार्य करना चाहिए।
इस वर्ष हाईस्कूल और उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में सफल 200 से अधिक छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र, तुलसी पौधा और गामोछा प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत छात्राओं द्वारा प्रस्तुत भव्य बरगीत के साथ हुई।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के असम प्रांत के प्रांत कार्यवाह खगेन सैकिया, महानगर संघचालक गुरु प्रसाद मेधी, सर्व शिक्षा मिशन की मीडिया अधिकारी दीपा बासफोर, अखिल असम सफाई कर्मचारी प्रमुख बैद्यनाथ बासफोर समेत लगभग 300 लोग उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश