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नई दिल्ली, 04 जून (हि.स)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 10 जून को वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद् (एफएसडीसी) की बैठक में वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करेंगी।
सूत्रों ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री की अध्यक्षता में मुंबई में आयोजित होने वाली उच्च-स्तरीय समिति की 29वीं बैठक में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा सहित सभी वित्तीय क्षेत्र के नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरपर्सन तुहिन कांत पांडेय, भारतीय दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) के चेयरमैन रवि मित्तल और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण के चेयरपर्सन के राजारमण भी हिस्सा लेंगे।
वित्त मंत्री की अध्यक्षता में हो रही ये बैठक पिछले महीने रिजर्व बैंक द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2.7 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड लाभांश की घोषणा के बाद हो रही है। रिजर्व बैंक का वित्त वर्ष 2024-25 के लिए लाभांश वित्त वर्ष 2023-24 में भुगतान किए जाने वाले 2.1 लाख करोड़ रुपये से 27.4 फीसदी अधिक था। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की विकास दर 6.5 फीसदी रहने के बाद ये पहली बैठक होगी, जो पिछले चार वर्षों में सबसे धीमी वृद्धि है।
उल्लेखनीय है कि एफएसडीसी वित्त मंत्रालय के तहत एक गैर-सांविधिक शीर्ष परिषद है। इसकी स्थापना वर्ष 2010 में एक कार्यकारी आदेश द्वारा की गई थी, जो वित्तीय स्थिरता, वित्तीय क्षेत्र विकास, अंतर-नियामक समन्वय और वित्तीय समावेशन जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है। यह वित्तीय क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने और वित्तीय प्रणाली की स्थिरता सुनिश्चित करने का कार्य करती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर