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लोहरदगा, 4 जून (हि.स.)। उपायुक्त डॉ ताराचंद ने बुधवार को जिला के सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि अधिकांश चिकित्सक अपने निर्धारित रोस्टर के अनुसार मौजूद नहीं थे। मेडिकल का प्रबंधन बेहतर नहीं था। जो दवाईयां चिकित्सक ने मरीज को लिखी वह अस्पताल परिसर स्थित जन औषधि केंद्र में नहीं मिली। ओपीडी का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं मिला।
उपायुक्त ने इस संबंध में सिविल सर्जन लोहरदगा और अस्पताल प्रबंधक को व्यवस्था में सुधार के सख्त निर्देश दिये। साथ ही, उपायुक्त ने कहा कि जो रोस्टर चिकित्सकों का है उसके अनुसार चिकित्सक मौजूद रहें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सकों के समय पर नहीं रहने पर मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उपायुक्त ने अस्पताल परिसर में आइसीयू, ऑपरेशर थिएटर, आयुष्मान भारत की स्थिति, ड्रेसिंग रूम, फिजियोथेरेपी, आंख और दंत चिकित्सक वार्ड, रजिस्ट्रेशन काउंटर, आंख,कान, गला विशेषज्ञ वार्ड, हड्डी रोड विशेषज्ञ वार्ड, ब्लड बैंक, मेटरनल वार्ड, शिशु वार्ड, डायग्नोस्टिक्स सेंटर, ब्लड सैंपल कलेक्शन सेंटर, लैब, ऑक्सीजन प्लांट, अस्पताल परिसर स्थित जर्जर भवनों, जन औषधि केंद्र का निरीक्षण किया।
ब्लड बैंक में विभिन्न ब्लड गु्रपों के खून की उपलब्धता के लिए ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन कॉलेज, समाहरणालय परिसर सहित अन्य स्थानों पर आयोजित कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। जन औषधि केंद्र में दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। परिसर में जो भी पुराने जर्जर भवन है उन्हें जर्जर घोषित करते हुए उसकी जगह पार्किंग का एरिया बनाये जाने का निर्देश दिया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ शंभूनाथ चौधरी, अस्पताल प्रबंधक, डीपीएम नाजिश अख्तर सहित अन्य उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोपी कृष्ण कुँवर