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- बीमा से लेकर बसों तक, शिक्षा तंत्र पर कस रही है नकेल
मीरजापुर, 4 जून (हि.स.)। अब न तो छात्रों से मनमाने तरीके से फीस वसूली होगी और न ही काशन मनी हजम होगी। शिक्षा के नाम पर हो रही धांधलियों और छात्रों की सुरक्षा से जुड़ी अनदेखी को लेकर बुधवार को जिला पंचायत सभागार में विधान परिषद की जांच समिति ने कड़ा रुख दिखाया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे समिति सभापति डॉ. मानवेन्द्र प्रताप सिंह ने स्पष्ट कहा कि अब शिक्षा सिर्फ कारोबार नहीं, समाज निर्माण का आधार होगी।
सोनभद्र, मीरजापुर और भदोही के अफसरों से घिरे सभापति ने इंजीनियरिंग, फार्मेसी, आईटीआई और डिप्लोमा कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़ने का सुझाव दिया ताकि किसी दुर्घटना की स्थिति में छात्र और उनके परिवार को राहत मिल सके।
फीस-काशन मनी की होगी मॉनिटरिंग
बैठक में निर्देश दिया गया कि काशन मनी छात्रों को स्कूल/कॉलेज छोड़ते ही खाते में वापस मिले। कोई टालमटोल नहीं चलेगा। स्कूली बसों की फिटनेस, चालकों की जांच, महिला अटेंडेंट की अनिवार्यता और जर्जर वाहनों पर रोक के स्पष्ट निर्देश अफसरों को मिले।
अब फर्जी स्कूलों की खैर नहीं
बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। प्राथमिक विद्यालयों में बिजली, साफ-सफाई, मिड-डे मील और शौचालय व्यवस्था पर भी समीक्षा की गई।
स्वास्थ्य, स्वच्छता और समाजिक सुरक्षा पर खास जोर
बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण, स्कूलों में फर्स्ट एड बॉक्स और विद्यालय परिसर के आसपास शराब-गुटखे की दुकानों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की बात बैठक में प्रमुखता से उठी।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा