एफआईएच महिला प्रो लीग: भारत को चीन से 0-3 की हार, लीग से बाहर होने का खतरा
बर्लिन, 28 जून (हि.स.)। भारतीय महिला हॉकी टीम को शनिवार को चीन के खिलाफ 0-3 की करारी हार का सामना करना पड़ा। यह हार न केवल मनोबल तोड़ने वाली रही, बल्कि टीम को एफआईएच हॉकी प्रो लीग (महिला) से बाहर होने के खतरे के करीब भी ले आई है। कप्तान सलीमा टेटे के
एफआईएच महिला प्रो लीग


बर्लिन, 28 जून (हि.स.)। भारतीय महिला हॉकी टीम को शनिवार को चीन के खिलाफ 0-3 की करारी हार का सामना करना पड़ा। यह हार न केवल मनोबल तोड़ने वाली रही, बल्कि टीम को एफआईएच हॉकी प्रो लीग (महिला) से बाहर होने के खतरे के करीब भी ले आई है। कप्तान सलीमा टेटे के नेतृत्व में खेल रही भारतीय टीम गोल के कई मौकों को भुनाने में नाकाम रही, जिसमें चौथे क्वार्टर में मिला पेनल्टी स्ट्रोक भी शामिल था, जिसे दीपिका ने पोस्ट पर मार दिया।

भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी रही ‘सॉफ्ट पेनल्टी कॉर्नर’ देना। कोच हरेंद्र सिंह ने हाफ टाइम पर कहा, “हम बहुत आसानी से पेनल्टी कॉर्नर दे रहे हैं।” चीन को सिर्फ छह बार सर्कल में प्रवेश करने का मौका मिला और उसने तीन बार गोल दाग दिए। यांग चेन (21') और यिंग झांग (26') ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया, जबकि अन्हुई यू (45') ने शानदार फील्ड गोल कर भारत की वापसी की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

भारत ने मुकाबले की अच्छी शुरुआत की थी और चौथे मिनट में ही पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन उसे गोल में नहीं बदल पाई। इसके बाद चीन ने मोर्चा संभाला और 21वें मिनट में पहला गोल दागा। इस गोल में गोलकीपर सविता कुछ भी नहीं कर सकीं। सिर्फ पांच मिनट बाद एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर चीन ने 2-0 की बढ़त बना ली। यह गोल डिफेंस की नाकामी का नतीजा रहा, क्योंकि गेंद डिफेंडर ज्योति सिंह के पैरों के बीच से निकल गई।

तीसरा गोल अन्हुई यू ने फील्ड गोल के रूप में 45वें मिनट में किया, जिसके बाद भारतीय टीम के पास वापसी का कोई मौका नहीं बचा।

इस जीत के साथ चीन की टीम लीग तालिका में चौथे स्थान पर मजबूती से बनी हुई है, जबकि भारत नौवें स्थान पर है। भारत को अब सातवें स्थान पर मौजूद जर्मनी और आठवें स्थान पर इंग्लैंड के बीच होने वाले मुकाबले से अनुकूल परिणाम की उम्मीद है, ताकि टीम लीग से बाहर होने से बच सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय