Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

लखनऊ, 26 जून(हि.स.)। उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि आलू की उत्पत्ति दक्षिण अमेरिका के पेरू में स्थित अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र से हुई है। उत्तर प्रदेश अब इस वैश्विक संस्थान का तीसरा महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र का दूसरा प्रमुख केंद्र चीन में स्थित है और अब भारत में इसका तीसरा केंद्र उत्तर प्रदेश में स्थापित किया गया है। इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश के उद्यान विभाग ने 25 एकड़ भूमि आवंटित की है। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में आगरा के सिंगना में इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना को मंजूरी दे दी है।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि यह अत्याधुनिक केंद्र अधिक उपज देने वाली, पोषणयुक्त और जलवायु अनुकूल किस्मों के विकास में मदद करेगा। इससे राज्य के किसान वैश्विक स्तर की आधुनिक कृषि तकनीकों और शोध से सीधे लाभान्वित होंगे। कंदीय फसलों में विविधीकरण से खेती की लागत कम होगी, उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आय में ठोस बढ़ोतरी होगी। यह बेहद अहम है क्योंकि उत्तर प्रदेश देश के कुल आलू उत्पादन का 26 फीसदी हिस्सा पैदा करता है और भारत में 13 फीसदी क्षेत्रफल पर इसकी खेती की जाती है। ऐसे में यह केंद्र न केवल राज्य, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लिए अनुसंधान और तकनीकी नवाचार का एक प्रमुख हब बनेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र