सेवा नवीकरण की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों का धरना
भागलपुर, 25 जून (हि.स.)। टीएमबीयू के विभिन्न अंगीभूत महाविद्यालयों तथा स्नातकोत्तर विभागों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों द्वारा लगातार अपनी सेवा नवीकरण की मांग को लेकर लगाई जा रही गुहार के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अतिथि शिक्षकों की मांग की अन
धरना देते अतिथि शिक्षक


भागलपुर, 25 जून (हि.स.)। टीएमबीयू के विभिन्न अंगीभूत महाविद्यालयों तथा स्नातकोत्तर विभागों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों द्वारा लगातार अपनी सेवा नवीकरण की मांग को लेकर लगाई जा रही गुहार के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अतिथि शिक्षकों की मांग की अनदेखी किए जाने के खिलाफ बुधवार को टीएमबीयू अतिथि शिक्षक संघ द्वारा संघ के अध्यक्ष डॉ. आनन्द आजाद की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन में एकदिवसीय धरना का आयोजन किया गया।

इस दौरान डॉ. आनन्द आजाद ने कहा कि आज दिन भर धरना पर बैठे रहने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा हमारी सेवा नवीकरण को लेकर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया। धरना के दौरान कुलसचिव प्रो. रामाशीष पूर्वे ने धरना स्थल पर आकर कुलपति से वार्ता के हवाले से कहा कि कुलपति का कहना है कि जब तक राजभवन से अनुमति नहीं मिल जाती है हम कुछ नहीं कर सकते।

उसके बाद धरना स्थल पर उपस्थित सभी अतिथि शिक्षकों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि हमलोग कल तक विश्वविद्यालय प्रशासन का इन्तजार करेंगे। यदि कल तक हमारी सेवा नवीकृत नहीं की जाएगी तो 27 जून को कुलपति के आवासीय कार्यालय के समक्ष धरना देंगे। धरना के दौरान धरना स्थल पर आकर टीएमबीयू सिंडिकेट सदस्य डॉ. मुश्फिक आलम, डॉ. के. के. मंडल, डॉ. निर्लेश कुमार तथा डॉ. मुकेश कुमार ने अतिथि शिक्षकों के सेवा नवीकरण की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि आपकी मांग पूर्णतः जायज है।

अतिथि शिक्षकों की सेवा नवीकरण का कार्य पूरी तरह से रूटीन वर्क है। यह राज्य सरकार के संकल्प के निर्देशानुसार किया जाता है, इसके लिए राजभवन से अनुमति लिए जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसलिए कुलपति को अविलम्ब अतिथि शिक्षकों की सेवा का नवीकरण करना चाहिए।

आज के धरना कार्यक्रम में डॉ. आनन्द कुमार, डॉ. अजीत कुमार सोनू, डॉ. पवन कुमार जायसवाल, डॉ. आलोका कुमारी, डॉ. धीरेन्द्र कुमार, डॉ. प्रियतम कुमार, डॉ. सर्पराज रामानन्द सागर, डॉ. आदित्य नारायण, डॉ. रेणु कुमारी, डॉ. रविशंकर, डॉ. गौरव कुमार, डॉ. शरद राय, डॉ. राजेन्द्र यादव, डॉ. अजहर अली, डॉ. राजीव रंजन समेत सैकड़ों अतिथि शिक्षक मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर