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फिरोजाबाद, 25 जून (हि.स.)।जनपद के कस्बा जसराना में स्थित माता कामाख्या मंदिर के तीन दिन से बंद कपाट बुधवार को मंगला आरती के साथ ही आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। गर्भगृह के कपाट खुलने के साथ ही फिर से पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा- पाठ किया।
जसराना में स्थित मां कामाख्या देवी का यह मंदिर फिरोजाबाद जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर एटा - जसराना मार्ग पर है। शिकोहाबाद से इसकी दूरी 15 किमी है। बीते 40 वर्षों से यहां माता कामाख्या मंदिर गुवाहाटी की तर्ज पर अम्बुबाची महोत्सव मनाया जाता है। 22 जून को मंगला आरती और विधि विधान वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नौ सौभाग्यवती महिलाओं की मौजूदगी में मंदिर के गर्भगृह के कपाट तीन दिन के लिए बंद किए गए थे, जो आज 25 जून बुधवार को सुबह करीब 6 बजे विधि विधान से खुल गए । दो दिन आज 25 जून और 26 जून को विशेष दर्शन होंगे। यहां दर्शन के लिए यूपी ही नहीं बल्कि अन्य प्रान्तों से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
मंदिर के पीठाधीश महेश स्वरुप ब्रह्मचारी ने बताया कि बुधवार को ब्लाक प्रमुख जसराना संध्या लोधी, अंबाला निवासी पूनम चौहान, अलीगढ़ निवासी सरिता गुप्ता, फर्रुखाबाद निवासी विमला परिहार, छर्रा निवासी दिव्या गुप्ता, जसराना निवासी कुसुम यादव, हरदोई निवासी विट्टो देवी, फिरोजाबाद निवासी शिवकुमारी, शिकोहाबाद निवासी साधना यादव द्वारा पट खोले गए । इन्हीं 9 महिलाओं द्वारा पट रविवार को बंद भी किए गए थे।
ब्लॉक प्रमुख संध्या लोधी ने बताया कि असम प्रांत के गुवाहाटी में स्थित माता कामाख्या देवी का ही ये दूसरा स्वरूप है। तीन दिनों तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम हुए। आज सुबह चार बजे से मंगला आरती के बाद प्रातः 6 बजे आम लोगों के लिए पट खुल गए हैं।
इधर मंदिर कमेटी तथा जिला प्रशासन द्वारा पूरी व्यवस्था की जा रही है, जिससे किसी श्रद्धालु को कोई दिक्कत न हो। मां के दर्शन के लिए कई किलोमीटर लंबी कतार महिलाओं तथा पुरुष श्रद्धालुओं की देखी जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / कौशल राठौड़