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जम्मू, 24 जून (हि.स.)। शासन और लोकतंत्र में गहराते संकट पर चिंता जताते हुए जेकेएनसी के अतिरिक्त महासचिव और पूर्व मंत्री अजय साधोत्रा ने आज कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई दोहरा शासन और प्रशासनिक अराजकता न केवल जम्मू-कश्मीर के लिए हानिकारक है बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने के लिए भी गंभीर खतरा है। पूर्व मंत्री जम्मू में शेर-ए-कश्मीर भवन में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए बोल रहे थे।
सत्ता में 11 साल पूरे होने पर खोखले जश्न मनाने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए वरिष्ठ एनसी नेता ने इस आयोजन को धोखे की कवायद और जम्मू-कश्मीर के पीड़ित लोगों का मजाक उड़ाने वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा जश्न मना रही है लेकिन जम्मू-कश्मीर की जमीनी हकीकत उपेक्षा, विश्वासघात और प्रशासनिक विफलता की तस्वीर पेश करती है। अजय सधोत्रा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लागू किए गए दोहरे शासन मॉडल के कारण प्रशासनिक अनिश्चितता, नीतिगत पक्षाघात और लोगों से अलगाव ही हुआ है।
उन्होंने कहा ऐसी अराजकता सिर्फ जम्मू-कश्मीर के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए खतरनाक है। जम्मू-कश्मीर आज इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण है कि भाजपा शासन में किस तरह लोकतंत्र का गला घोंटा गया है। विकास के मोर्चे पर रतन लाल गुप्ता ने कहा कि बुनियादी ढांचे में कोई खास प्रगति नहीं हुई है। बड़े-बड़े दावों के बावजूद जम्मू-कश्मीर में कोई नई बिजली या पानी की बुनियादी संरचना नहीं बनाई गई जबकि भाजपा यूटी और केंद्र दोनों में सत्ता में थी। भाजपा के 10 साल के शासन के दौरान जेकेएसएसबी और पुलिस सब-इंस्पेक्टर परीक्षाओं सहित बार-बार भर्ती घोटालों के कारण युवा निराश हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता