मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुलमर्ग को विश्वस्तरीय गोल्फ गंतव्य के रूप में विकसित करने का लिया संकल्प
गुलमर्ग 24 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुलमर्ग को एक प्रमुख वैष्विक गोल्फ गंतव्य के रूप में फिर से स्थापित करने के अपने सरकार के संकल्प की पुष्टि की और गोलिं्फग बुनियादी ढांचे, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट और पर्यटन के अनुकूल सुविध
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुलमर्ग को विश्वस्तरीय गोल्फ गंतव्य के रूप में विकसित करने का लिया संकल्प


गुलमर्ग 24 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुलमर्ग को एक प्रमुख वैष्विक गोल्फ गंतव्य के रूप में फिर से स्थापित करने के अपने सरकार के संकल्प की पुष्टि की और गोलिं्फग बुनियादी ढांचे, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट और पर्यटन के अनुकूल सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करने का वादा किया।

गुलमर्ग गोल्फ चैंपियनशिप में गोल्फरों और होटल व्यवसायियों के लिए एक पुरस्कार समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री जिनके पास पर्यटन विभाग भी है ने कहा कि हम गुलमर्ग को एक बार फिर विश्वस्तरीय गोल्फ गंतव्य बनाना चाहते हैं। गोल्फ, गोल्फ के बुनियादी ढांचे और टूर्नामेंट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि जम्मू और कश्मीर को दुनिया भर में एक प्रमुख गोलिं्फग गंतव्य के रूप में विपणन किया जा सके।

आवश्यक प्रयास को स्वीकार करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि गुलमर्ग की आर्थिक और पर्यटन क्षमता को देखते हुए आवश्यक निवेश उचित है। उन्होंने कहा कि ये उच्च खर्च करने वाले पर्यटक हैं जो सिर्फ़ गोल्फ़ नहीं खेलते हैं, वे होटलों में रुकते हैं, सैर-सपाटा करते हैं और खरीदारी करते हैं। यह एक ऐसा समग्र अनुभव बनाने के बारे में है जो उन्हें साल-दर-साल वापस लाता है। उन्होंने गुलमर्ग गोल्फ़ कोर्स के अतीत के गौरव को याद किया जो कभी भारत के शीर्ष गोल्फ़रों के बीच पसंदीदा था।

उन्होंने कहा कि सबसे प्रतिष्ठित पेशेवर और शौकिया गोल्फ़रों के नाम अभी भी गुलमर्ग क्लब की दीवारों पर सजे हैं। दुख की बात है कि स्थिति में गिरावट के कारण इसकी उपेक्षा हुई। लेकिन हम इसे वापस लाने के लिए दृढ़ हैं।

मुख्यमंत्री ने स्थानीय विधायक की भूमिका की सराहना की और आगंतुकों के प्रति पर्यटक-अनुकूल रवैया अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें प्रत्येक पर्यटक को एक बार आने वाले आगंतुक के रूप में नहीं बल्कि संभावित बार-बार आने वाले अतिथि के रूप में देखना चाहिए। उनकी संतुष्टि हमारा मानक होनी चाहिए। उन्होंने हर तरह के आगंतुक गोल्फ़र और घुड़सवार से लेकर शीतकालीन खेल प्रेमियों और उन लोगों तक की ज़रूरतों को पूरा करने की आवश्यकता पर बल दिया जो केवल होटलों में आराम करना चाहते हैं।

नीति सुधारों पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि सरकार केंद्र शासित प्रदेश में सभी प्रमुख गोल्फ कोर्स- श्रीनगर, पहलगाम, गुलमर्ग और जम्मू में सिधड़ा जैसे स्थानों का प्रबंधन और रखरखाव करने के लिए जम्मू और कश्मीर गोल्फ विकास प्राधिकरण की स्थापना पर सक्रिय रूप से विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें अपने ग्रीन्स और फेयरवे के लिए समर्पित तालमेल और पेशेवर रखरखाव की आवश्यकता है। फेयरवे और रफ के बीच स्पष्ट अंतर होना चाहिए। अपने पिता और पूर्व सीएम डॉ. फारूक अब्दुल्ला को श्रद्धांजलि देते हुए जो एक उत्साही गोल्फ खिलाड़ी थे और जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में गोल्फ के बुनियादी ढांचे का निर्माण किया, उन्होंने कहा कि वह इस खेल के लिए कुछ अच्छा करना पसंद करेंगे।

बाद में मुख्यमंत्री ने कोंगदूरी में 726 मीटर की स्की ड्रैग लिफ्ट की आधारशिला रखी जिसका निर्माण 6.84 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा। उन्होंने कोंगदूरी में सात झरनों के नाम से लोकप्रिय जल निकाय के विकास और सौंदर्यीकरण की भी आधारशिला रखी, जिसकी लागत 50 लाख रुपये है।

कोंगदूरी में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पर्यटकों से बातचीत की और कश्मीर में उनके अवकाश के अनुभव के बारे में पूछा। आगंतुकों ने क्षेत्र में पर्यटन को पुनर्जीवित करने में उनकी सक्रिय भूमिका और नेतृत्व के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।

पोनीवालों के एक समूह ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्हें विभिन्न चिंताओं विशेष रूप से गुलमर्ग और उसके आसपास के पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने के बारे में अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि उठाए गए सभी मुद्दों का चरणबद्ध तरीके से समाधान किया जाएगा।

इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने के लिए गुलमर्ग कन्वेंशन सेंटर का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों से शेष कार्यों में तेजी लाने और पर्यटन को बढ़ावा देने तथा प्रमुख कार्यक्रमों को सुविधाजनक बनाने के लिए केंद्र को जल्द से जल्द चालू करने का आग्रह किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने साइक्लोथॉन को हरी झंडी दिखाई जिससे युवाओं को खेलों में भाग लेने तथा घाटी में पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह