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पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने 6.80 करोड़ रुपये स्वीकृत किए
लखनऊ,24 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल के धार्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व के स्थलों के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके तहत बलिया, आजमगढ़, महराजगंज और मऊ जिलों के कुल 10 धार्मिक स्थलों के पर्यटन विकास कार्यों के लिए छह करोड़ 60 लाख रुपये से अधिक धनराशि स्वीकृत की गई है। इससे न केवल प्रदेश के धार्मिक और अल्पज्ञात स्थलों का पर्यटन विकास होगा बल्कि सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण भी संभव होगा।
यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने मंगलवार को दी।
उन्होंने बताया कि सरकार की इस पहल का उद्देश्य विभिन्न जिलों के धार्मिक स्थलों के आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करना तथा पर्यटन सुविधाओं को विस्तार देना है। यह क्षेत्रीय सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने का प्रयास भी है। इससे न केवल स्थानीय आस्था केन्द्रों का विकास होगा बल्कि रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि बलिया जिले के धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास के लिए कुल 4 करोड़ 19 लाख 16 हजार रुपये की छह परियोजनाओं को स्वीकृति मिली हैं। इसी कड़ी में ग्राम खरहाटार स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर के पर्यटन विकास कार्य के लिए 61.38 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। इसी तरह तहसील सिकंदरपुर के ग्राम कठौड़ा में भगवान श्रीकृष्ण कृपा धाम के विकास के लिए 43.31 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। ग्राम चरौआ स्थित ऐतिहासिक राम जानकी मंदिर के लिए 48.85 लाख रुपये की राशि को स्वीकृति मिली है, जबकि बलिया जिले के ही रसड़ा क्षेत्र अंतर्गत लखनेश्वर डीह के लिए 57.63 लाख रुपये की राशि को स्वीकृति मिली है।
इसी प्रकार बलिया के बेल्थरा रोड तहसील क्षेत्र स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर परिसर के लिए 56.85 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। जिले की सबसे बड़ी परियोजना के रूप में ग्राम बसंतपुर स्थित उदासीन मठ के पर्यटन विकास के लिए एक करोड़ 51 लाख रुपये की राशि को स्वीकृति मिली है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्रीय आस्था केंद्रों का कायाकल्प होगा।
जयवीर सिंह ने बताया कि महराजगंज स्थित भैरव बाबा स्थल के पर्यटन विकास कार्य के लिए 64.44 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। यहां मंदिर परिसर के नवीनीकरण के साथ-साथ आगंतुकों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसी तरह आजमगढ़ जिले में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण विकास कार्य प्रारंभ किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत श्री प्रथम देव स्थान बहरा देव बाबा, ग्राम-भदनपुर में पर्यटन विकास कार्य कराया जा रहा है, जिसकी कुल लागत 76.15 लाख रुपये स्वीकृत हुई है। वहीं, आजमगढ़ के प्रसिद्ध राम जानकी मंदिर में भी पर्यटन विकास कार्य के लिए 57.61 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं।
उन्होंने बताया कि मऊ जिले के मधुबन तहसील क्षेत्र में स्थित बीरा बाबा मंदिर एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जिसका पर्यटन विकास कार्य कराया जा रहा है। इस कार्य के लिए कुल 42.92 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई है। इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी, जिससे क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा