रिम्स-दो के लिए खेती योग्य जमीन का अधिग्रहण करना गलत : बंधु
रांची, 21 जून (हि.स.)। पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि नगड़ी मौजा में खेती कर अपना जीवन-यापन कर रहे रैयतों की जमीन का रिम्स-दो के लिये अधिग्रहण करना गलत है। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी फैसले को हर हाल
मुख्‍यमंत्री से मिलते बंधु तिर्की


रांची, 21 जून (हि.स.)। पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि नगड़ी मौजा में खेती कर अपना जीवन-यापन कर रहे रैयतों की जमीन का रिम्स-दो के लिये अधिग्रहण करना गलत है।

उन्होंने कहा कि ऐसे किसी फैसले को हर हाल में रद्द किया जाना चाहिये। इस संबंध में उन्होंने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाक़ात कर उनसे नगड़ी में किये जा रहे रिम्स-टू के निर्माण की योजना को अविलंब रद्द करने की अपील की।

बंधु ने कहा कि यह उन ग्रामीणों के जीवन-यापन से सीधे-सीधे जुड़ा मामला है जो सरकार की ओर बहुत भरोसे के साथ देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में काम कर रही इंडिया गठबंधन की सरकार ने आम लोगों के हित में वैसे अनेक कदम उठाये हैं जिससे एक ओर लोगों को तुरंत फायदा मिला है। वहीं दूसरी ओर दूरगामी स्तर पर भी झारखंड के विकास और लोगों की आर्थिक उन्नति के दरवाजे खुले हैं।

बंधु ने कहा कि कभी आईआईएम तो कभी ट्रिपल आईटी या फिर राष्ट्रीय उच्च पथ के चौड़ीकरण के लिये ग्रामीणों की खेती योग्य जमीन का अधिग्रहण करने के प्रयास किये गये। लेकिन ग्रामीणों के प्रबल विरोध और उनकी न्यायोचित मांगों के बाद ये योजनायें रद्द हो गयीं।

वहीं अब जिस प्रकार से रिम्स-दो के निर्माण के लिये ज़मीन अधिग्रहण की साज़िशें रची जा रही हैं, वह पूरी तरीके से लोकप्रिय सरकार की आम ग्रामीण और कृषकों के प्रति संवेदनशील भावना के खिलाफ है।

बंधु ने मुख्यमंत्री से टाना भगत समुदाय की निराशाजनक आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिये प्रभावी कदम उठाने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजाति श्रेणी में आनेवाले टाना भगत समुदाय के सदस्य रांची, सिमडेगा, लोहरदगा, गुमला, खूंटी, चतरा, लातेहार सहित अन्य जिलों में रहते हैं और ये महात्मा गांधी के अनुयायी होने के साथ-साथ अहिंसा में परम विश्वास रखते हैं। सत्याग्रह आंदोलन के साथ ही ब्रिटिश सरकार और जमींदारी प्रथा के विरुद्ध भी उनकी ओर से आंदोलन किया गया था।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak