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इस्तांबुल, 02 जून (हि.स.)। रूस और यूक्रेन में जारी संघर्ष के बीच सोमवार को इस्तांबुल के चिरागन पैलेस में हुई शांति वार्ता एक बार बिना किसी ठोस कदम के समाप्त हुई। तुर्किये के विदेश मंत्री हाकान फिदान की अध्यक्षता में हुर्ई इस वार्ता में दोनों पक्षों की ओर से संघर्ष विराम और युद्ध के अंत के लिए बातचीत की उम्मीद जताई गई थी। हालांकि, दोनों देशों के अधिकारियों ने अब तक शांति समझौते के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। यूक्रेन ने संघर्ष विराम को जरूर स्वीकार किया लेकिन रूस ने इसे ठुकरा दिया।
तुर्किये के ऐतिहासिक चिरागन पैलेस में सोमवार को रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच हुई ताजा शांति वार्ता महज एक घंटे के भीतर बिना किसी ठोस नतीजे के समाप्त हो गई। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और रूसी राज्य मीडिया ने वार्ता की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों पक्षों ने तुर्किये की मध्यस्थता से कुछ दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया और युद्धबंदियों की अदला-बदली की दिशा में प्रगति की।
वार्ता के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए यूक्रेन के रक्षा मंत्री और मुख्य वार्ताकार रुसतेम उमेरोव ने कहा कि उनकी टीम तीन प्रमुख मुद्दों के साथ वार्ता में शामिल हुई थी, जिनमें सबसे प्रमुख निर्विरोध पूर्ण युद्धविराम की मांग रही। उमेरोव ने कहा, “हम तत्काल हवाई, समुद्री और थल सीमाओं पर कम से कम 30 दिनों के लिए बिना शर्त युद्धविराम पर जोर दे रहे हैं। यह हमारी स्थायी मांग है और शांति की बुनियाद है।”
वार्ता का एक सकारात्मक पहलू यह रहा कि दोनों पक्षों के बीच गंभीर रूप से घायल और युवा बंदियों की अदला-बदली को लेकर सहमति बनी है। उमेरोव ने बताया कि इस बार बंदियों की संख्या के बजाय सिद्धांत आधारित “सभी के लिए सभी” की नीति पर बातचीत हुई, जिसमें 18-25 वर्ष के सैनिकों को शामिल किया गया है।
इसके अलावा, यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल ने रूस को युद्ध में मारे गए 6,000 रूसी सैनिकों के शव लौटाने की पेशकश की है। साथ ही, युद्ध के दौरान रूस ले जाए गए यूक्रेनी बच्चों की सूची भी सौंपी गई है।
उमेरोव ने स्पष्ट किया, “बच्चों की वापसी हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि रूस वास्तव में शांति प्रक्रिया को लेकर ईमानदार है, तो कम से कम आधे बच्चों की वापसी सकारात्मक संकेत मानी जाएगी।”
यूक्रेनी उप विदेश मंत्री सेरही किस्लित्स्या ने नाराजगी जताते हुए कहा कि रूस की ओर से कोई भी ठोस प्रस्ताव पूर्व सूचना के बिना केवल वार्ता के दौरान ही साझा किया गया, जिससे उनके पास प्रतिक्रिया देने का समय नहीं था। उन्होंने कहा, “फिर भी, हमने मानवीय दृष्टिकोण से रचनात्मक संवाद बनाने की कोशिश की और कुछ सकारात्मक बिंदु हासिल किए।”
यूक्रेन के अनुसार, रूस ने अमेरिका और यूक्रेनी पक्ष द्वारा लंबे समय से प्रस्तावित बिना शर्त युद्धविराम की मांग को एक बार फिर खारिज कर दिया, जिससे शांति प्रक्रिया पर अनिश्चितता बरकरार है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय