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धौलपुर, 2 जून (हि.स.)। धौलपुर के चर्चित सुनीता हत्याकांड में पुलिस ने सुनीता के पिता एवं पति सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मृतका सुनीता के पिता ने लोकलाज के भय से सुनीता के पति तथा जेठ के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद में तीनों ने मिलकर सुनीता के शव को यूपी के खेरागढ इलाके में फेंक दिया। पुलिस द्वारा तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
जिला पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरडा ने बताया कि कौलारी थाना पुलिस ने सुनीता हत्याकांड में मृतका सुनीता के पिता कोमलसिंह पुत्र तुलाराम निवासी बसई नबाब थाना कौलारी जिला धौलपुर,पति पवन सिंह एवं जेठ जलसिंह पुत्रगण वीरीसिंह निवासी बरवर थाना खैरागढ जिला आगरा उत्तर प्रदेश को गिरफतार किया है। एसपी ने बताया कि 31 मई को उत्तर देश के आगरा जिले के खेरागढ थाना इलाके के गांव भोपुर के पास जगनेर जाने वाली सडक पर एक अज्ञात महिला का शव मिला था। बाद में मृतका की पहचान सुनीता पुत्र कोमलसिंह निवासी बसई नबाब थाना कौलारी जिला धौलपुर तथा पत्नी पवन पुत्र वीरीसिंह जाति जाटव निवासी बरवर थाना खैरागढ़ जिला आगरा यूपी के रुप में हुई। मृतका सुनीता की पहचान के बाद मृतका की बडी बहन पूजा पत्नी राजकुमार जाति जाटव निवासी गढी खिरोना थाना कंचनपुर जिला धौलपुर हाल निवासी नरीपुरा आगरा द्वारा एक लिखित रिपोर्ट जिसमें मृतका सुनीता की मृत्यु सुनीता के पिता कोमलसिंह, पति पवन एवं जेठ जलसिंह द्वारा किया जाने का आरोप लगाया। इस पर प्रकरण संख्या 145/2025 धारा 103(2), 238 (ए), 61(2) बीएनएस में दर्ज कर कौलारी थानाधिकारी हरेन्द्र सिंह द्वारा अनुसंधान प्रारम्भ किया गया। अनुसंधान में यह तथ्य सामने आए कि मृतका सुनीता पति पवन जो लखनऊ में मजदूरी करता था तथा शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता था। मृतका सुनीता अपने पति के चचरे माई विष्णु से प्रेम करती थी। पति पवन के साथ नहीं रहने के कारण बीते करीब एक माह से अपने पिता के यहां रह रही थी। अनुसंधान में यह भी सामने आया कि 24 मई 2025 को मृतका के पिता कोमल सिंह ने सुनीता को उसके पति पवन के साथ भेजा था। परन्तु आगरा केन्ट रेल्वे स्टेशन पर पति और पत्नी में विवाद हो गया तो पवन सुनीता को रेल्वे स्टेशन पर छोड गया। इसके बाद में सुनीता अपनी बडी बहन पूजा के पास आगरा चली गयी। इसके बाद में 29 मई 2025 को पूजा एवं पूजा का पति राजकुमार सुनीता को बसई नबाब उसके पिता के पास लेकर आए। लेकिन सुनीता ने अपने माता-पिता को अपनी ससुराल में पवन के साथ रहने से मना कर दिया। इसी से नाराज होकर 30 मई 2025 को शाम के समय सुनीता के पिता कोमलसिंह ने सुनीता के पति पवन व जेठ जलसिंह को फोन कर बसई नबाब बुलाया। इसके बाद में एक राय होकर षडयंत्र कर योजनाबद्ध तरीके से सुनीता की गला दबाकर हत्या की दी। हत्या के बाद में सुनीता की लाश को रात में ही मोटरसाइकिल से ईलाका थाना खैरागढ़ के गांव भोपुर के पास सडक के किनारे पटक दिया। अनुसंधान के दौरान पुलिस ने बसई नबाब से खैरागढ़ के बीच सीसीटीवी की फुटेज खंगालने पर एक मोटरसाईकिल पर तीन व्यक्ति कपडे में लिपटी हुयी एक महिला के साथ दो स्थानों देखे गए। जिसकी शिनाक्त मृतका की बहन पूजा से कराने पर उसने उनको अपने पिता कोमलसिंह पति पवन एवं जेठ कोमलसिंह के रुप में की। इसके बाद में पुलिस ने 02 जून को कोमलसिंह, पवन एवं जलसिंह को बाद पूछताछ जुर्म स्वीकार करने पर गिरफतार किया गया। पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है,जिसके बाद में तीनों को न्यायालय पेश अग्रिम अनुसंधान हेतु रिमाण्ड पर लिया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप